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नई दिल्ली। भारत और नेपाल ने सोमवार को सीमा-पार अपराधों और आतंकी गतिविधियों से निपटने में सहयोग पर विचार विमर्श किया। दोनों देशों के गृह सचिवों के बीच हुई वार्ता के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा की गयी। वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने भारतीय मुद्रा के जाली नोटों को फैलाने, हथियारों, गोला बारूद की तस्करी, मादक और नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार और सिम कार्डों के दुरूपयोग से निपटने जैसे व्यापक स्तर के मुद्दों पर विचार विमर्श किया। सूचना का आदान-प्रदान, गुप्तचर खबर, एकीकृत जांच चौकियों की स्थापना और सीमा सड़कों के निर्माण में प्रगति एवं नेपाल की सुरक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन में भारत की सहायता पर भी विचार-विमर्श किया गया।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारत सरकार के गृह मंत्रालय में सचिव आरके सिंह और नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय में सचिव सुशील जंग बहादुर राणा ने किया। आरके सिंह ने भारत के हित में नेपाली भूमि का दुरूपयोग किसी भी अवांछित गतिविधि के लिए न होने देने के लिए नेपाल सरकार के आश्वासन की प्रशंसा की और नेपाल को सभी संभव सहयोग और सहायता प्रदान करने में भारत की प्रतिबद्धता भी जतायी। बैठक सौहार्द पूर्ण वातावरण में हुई और दोनों देशों में वार्ता के दौरान विचार-विमर्श किये जाने वाले मुद्दों के परिणामों पर भी संतोष जताया। दोनों देशों ने आपसी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने, सहयोग को बढ़ाने और संबंधों को मित्रता पूर्ण बनाने में वार्ता की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी सहमति जताई।