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बर्लिन। भारत के पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय ने बर्लिन (जर्मनी) में आयोजित होने वाले विश्व के सबसे बड़े पर्यटन मेले में भारतीय मंडप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा औद्योगिक देश है और वहां पर आर्थिक विकास बहुत तेजी से हो रहा है, जिसके मद्देनजर हाल के वर्षों में भारत में पर्यटन के क्षेत्र में बहुत विकास हुआ है, भारतीय पर्यटन मूल्य और परिमाण के संदर्भ में लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2010 में देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में 11.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
पर्यटन मंत्री ने आगे कहा कि भारत पर्यटक का एक क्षमतावान बाजार है और वर्ष 2016 तक पर्यटन क्षेत्र में 12 प्रतिशत की वृद्धि प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि इस लक्ष्य को प्राप्त किया जाता है तो हम 25 मिलियन अतिरिक्त रोजगार सृजन करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने आने वाले वर्षों में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के वास्ते कई ठोस कदम उठाए गए हैं। सहाय ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र के लिए एक अन्तर-मंत्रालयी संयोजक समिति का गठन किया गया है, ताकि देश में पर्यटन विकास एवं संबंधित औद्योगिक संघों के मुद्दों पर विचार किया जा सके।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उनका मंत्रालय वर्ष 2012-13 में स्वयं एक राष्ट्रीय चलित बाजार शुरू करेगा, जिसका नाम ग्लोबल ट्रैवल मार्ट इंडिया होगा। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय उन स्थानों पर पर्यटन बाजार के लिए पहुंच बनाएगा, जहां पर उसके दफ्तर नहीं हैं। मंत्रालय ने भारतीय पर्यटन विपणन प्रतिनिधियों की नियुक्ति का प्रस्ताव भी किया है। यूएनडब्ल्यूटीओ ने 2012 तक एक अरब पर्यटक लक्ष्य रखा है, जिसका जिक्र करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि भारत इसका एक प्रतिशत हिस्सा प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है ताकि अगले साल भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो जाए।
उद्घाटन के अवसर पर जर्मनी में भारत की राजदूत सुजाता सिंह, जम्मू-कश्मीर के पर्यटन मंत्री नसीर असलम वानी, आंध्र प्रदेश के पर्यटन मंत्री वाटी वसंत कुमार तथा मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, दिल्ली, तमिलनाडु और गुजरात सहित देश के विभिन्न भागों के टूर ऑपरेटर भी उपस्थित थे।