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Wednesday 15 May 2013 09:47:13 AM
नई दिल्ली। जर्मनी में ऊर्जा क्षेत्र की स्थिति जानने और नवीकरणीय ऊर्जा के लिए किये जा रहे प्रयासों को देखने के लिए केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बर्लिन का दौरा किया। सिंधिया ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पिछले माह की बर्लिन यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किये गए हरित ऊर्जा कोरीडोर को स्थापित करने के लिए संयुक्त घोषणा के क्रियान्वयन पर जर्मनी के आर्थिक सहयोग और विकास राज्य मंत्री से विस्तृत विचार-विमर्श किया।
हरित ऊर्जा कोरीडोर से पवन और सौर ऊर्जा से उत्पादित 30 हजार मेगावॉट से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा को नेशनल ग्रेड में समाहित किया जा सकेगा, जिसके लिए जर्मनी ने विकास और तकनीकी सहायता के रूप में यूरो एक बिलियन की राशि देने का भरोसा दिया है। दौरे के दौरान सिंधिया ने बर्लिन में अन्य संस्थानों का भी दौरा किया। यह दौरा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अप्रैल में भारत और जर्मनी के बीच अंतरदेशीय विचार-विमर्श के दूसरे दौर के बाद आयोजित किया गया है। मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजला मार्कल के बीच हुए विचार-विमर्श में विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग एक प्रमुख बिंदु रहा, जिसे दोनों सरकारों ने सहयोग बढ़ाने के लिए एक प्रमुख क्षेत्र के रूप में स्वीकार किया है।