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भारत की हरित ऊर्जा क्रांति में भूटान की दिलचस्पी

भूटान के प्रधानमंत्री का ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस में यादगार सफर

केंद्रीय मंत्री ने ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र में भारत की प्रगति की जानकारी दी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 22 October 2024 04:38:51 PM

bhutan interested in india's green energy revolution

नई दिल्ली। भारत सरकार में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा हैकि भारत को ग्रीन हाइड्रोजन में वैश्विक चैंपियन होने पर गर्व है, जो मेट्रो शहरों में 15 ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल बसें तैनात कर रहा है। उन्होंने कहाकि प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों में हाइड्रोजन मिश्रण, हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइज़र तकनीक स्थानीयकरण और हाइड्रोजन उत्पादन केलिए जैव-मार्गों में अभिनव परियोजनाओं केसाथ हम एक ऊर्जा क्रांति ला रहे हैं। हरदीप सिंह पुरी ने ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे और उनके प्रतिनिधिमंडल केसाथ एक यादगार यात्रा में उनको ग्रीन हाइड्रोजन में भारत की प्रगति केबारे में जानकारी दी। उन्होंने कहाकि यह बस एक गेमचेंजर है-कोई CO2 या प्रदूषक उत्सर्जित नहीं करती, केवल शुद्ध पानी उत्सर्जित करती है और डीकार्बोनाइजेशन में भारत के नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करती है।
प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहाकि यह भारत की स्थायी ऊर्जा समाधानों केप्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है, हम स्थिरता और प्रकृति केप्रति सम्मान में अग्रणी भूटान केसाथ काम करने, ज्ञान साझा करने और ग्रीन हाइड्रोजन गतिशीलता को अपनाने के अवसरों का पता लगाने केलिए उत्साहित हैं, यह सहयोग पर्यावरण और स्वच्छ ऊर्जा केप्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है, जिससे हमें डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है। इस अवसर पर हरित ऊर्जा पहलों केलिए भारत और भूटान केबीच साझा दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला गया। गौरतलब हैकि इंडियन ऑयल 2004 से हाइड्रोजन अनुसंधान में अग्रणी है, शुरू में उसने हाइड्रोजन-सीएनजी मिश्रणों पर ध्यान केंद्रित किया था, लेकिन पांच वर्ष में इंडियन ऑयल ने भंडारण, परिवहन और विभिन्न अनुप्रयोगों वाली परियोजनाओं केसाथ अपनी हरित हाइड्रोजन पहलों को बढ़ावा दिया है।
भारत का पहला हाइड्रोजन वितरण स्टेशन फरीदाबाद में इंडियन ऑयल के आरएंडडी सेंटर में है और टाटा मोटर्स के सहयोग से हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल बसों का विकास और संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में आठ ईंधन सेल बसें, जिनमें भारतीय सेना और नौसेना केलिए एक-एक बस शामिल है, वह दिल्ली एनसीआर क्षेत्रमें चल रही हैं, वडोदरा में चार बसें चल रही हैं और सभीमें इंडियन ऑयल के हाइड्रोजन वितरण स्टेशन में ईंधन भरा जाता है। हरित ऊर्जा समाधानों को इंडियन ऑयल पर्यावरण के अनुकूल परिवहन के विकसित क्षेत्रमें अपनी अग्रणी भूमिका को और मजबूती प्रदान करता है। ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस की सवारी के रूपमें वी सतीश कुमार अध्यक्ष और निदेशक (विपणन), पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।

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