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Wednesday 16 October 2024 06:23:22 PM
नई दिल्ली। भारत और कोलंबिया ने फिल्म उद्योग जगत के विभन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देते हुए ऑडियो-विजुअल सह निर्माण समझौता किया है, जो भारतीय और कोलंबियाई फिल्म निर्माताओं को फिल्म निर्माण से जुड़े विभिन्न साझा मंच का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा। समझौते से दोनों देशों के फिल्म उद्योग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों केबीच संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है। समझौता ज्ञापन पर भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन और भारत में कोलंबिया के विदेश मामलों के उपमंत्री जॉर्ज एनरिक रोजस रोड्रिग्ज ने हस्ताक्षर किए। गौरतलब हैकि कोलंबिया, भारत केसाथ ऑडियो विजुअल सह निर्माण समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला 17वां देश है। भारत और कोलंबिया के समझौते से दोनों देशों के फिल्म निर्माताओं को सह निर्माण केलिए अपने रचनात्मक, कलात्मक, तकनीकी, वित्तीय और विपणन संसाधनों को एकत्रित करने में लाभ मिलेगा। इससे कला और संस्कृति आदान-प्रदान तथा दोनों देशों के लोगों केबीच संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
भारत-कोलंबिया में समझौता भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ के निर्माण और प्रदर्शन का अवसर प्रदान करेगा, फिल्म निर्माण, जिसमें पोस्ट प्रोडक्शन और विपणन शामिल हैं में लगे कलात्मक, तकनीकी और गैर तकनीकी लोगों केलिए रोज़गार सृजन को बढ़ावा देगा। सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन ने भारत-कोलंबिया केबीच मजबूत होते सांस्कृतिक और सहकारी संबंधों पर प्रकाश डाला और कोलंबिया केसाथ भारत के विविध और बहुआयामी सहयोग पर जोर दिया। राज्यमंत्री ने कहाकि भारत का बीते कई वर्ष में कोलंबिया केसाथ समृद्ध सांस्कृतिक आदान-प्रदान रहा है। उन्होंने कहाकि विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा, आईआईटी, स्वास्थ्य और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रोंमें हमारे बीच सहयोग है। डॉ एल मुरुगन ने कहाकि भारत सरकार सह निर्माण समझौतों के महत्व को स्वीकार करती है, जो अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशामें एक महत्वपूर्ण कदम है एवं हमारा पहला सह निर्माण समझौता एक ऐतिहासिक क्षण था और हमने लगातार उस आधार पर आगे काम किया है। डॉ एल मुरुगन ने कहाकि यह समझौता दुनियाभर में एक पसंदीदा फिल्म शूटिंग गंतव्य देशके रूपमें भारत की दृश्यता एवं संभावनाओं को बढ़ाएगा और देशमें विदेशी मुद्रा के प्रवाह को बढ़ावा देगा, फिल्म निर्माण केलिए पारदर्शी वित्तपोषण होगा और कोलंबियाई बाजार में भारतीय फिल्मों के निर्यात को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
भारत सरकार ने 2005 में इतालवी सरकार, यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की सरकार, 2007 में जर्मनी के संघीय गणराज्य, 2007 में ब्राजील की सरकार, 2010 में फ्रांस, 2011 में न्यूजीलैंड, 2012 में पोलैंड और स्पेन केसाथ इसी तरह के समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। वर्ष 2014 में कनाडा और चीन, 2015 में कोरिया, 2016 में बांग्लादेश, 2017 में पुर्तगाल, 2018 में इजरायल, 2019 में रूस और 2023 में ऑस्ट्रेलिया केसाथ भी समझौते किए हैं, जिनसे भारत सरकार से मिलने वाली वित्तीय सहायता और समर्थन का द्वार खुला। अबतक हस्ताक्षरित सह निर्माण समझौतों का उद्देश्य आर्थिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक लक्ष्यों को हासिल करना है। फिल्म निर्माताओं केलिए सह निर्माण समझौते का मुख्य आकर्षण यह हैकि यह प्रत्येक भागीदार राष्ट्र में राष्ट्रीय निर्माण के योग्य माना जाता है और यह प्रत्येक देशमें स्थानीय फिल्म और टेलीविजन उद्योग को मिलने वाले लाभों का फायदा उठा सकता है। ऐसे समझौतों से मिलने वाले लाभों में सरकारी वित्तीय सहायता, कर रियायतें और घरेलू टेलीविजन प्रसारण कोटा में शामिल होना आदि शामिल हैं। भारत ने सह निर्माण सहित भारत में फिल्म निर्माण केलिए प्रोत्साहनों को 12 गुना बढ़ा दिया है, जिसमें अधिकतम संभव प्रोत्साहन 300 मिलियन रुपये है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने सिनेमा, मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्रमें सर्वश्रेष्ठ केलिए वैश्विक मंच के रूपमें भारत की आगामी भूमिका के बारेमें कहाकि 20 नवंबर से देश गोवा में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की मेजबानी करेगा, जिसमें दुनियाभर केसाथ भारत के सर्वश्रेष्ठ सिनेमा का प्रदर्शन किया जाएगा। संजय जाजू ने कहाकि फरवरी 2025 में भारत बहुप्रतीक्षित विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) की भी मेजबानी करेगा, जिसमें पारंपरिक प्रसारण, फिल्मों और मीडिया और मनोरंजन के नए रूपों का संगम होगा, जो फिल्म उद्योग के भविष्य केलिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। समझौते पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में नीरजा शेखर अपर सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, वृंदा मनोहर देसाई संयुक्त सचिव (फिल्म), शिल्पा राव तनुगुला निदेशक और कोलंबिया के विदेश मामलों के उपमंत्री प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख जॉर्ज एनरिक रोजस रोड्रिगेज, डॉ विक्टर एच एचेवेरी जारामिलो भारत में कोलंबिया के राजदूत, जुआन कार्लोस रोजस भारत में कोलंबिया दूतावास के मिशन के उप प्रमुख, लॉरा मोंटेजो एस्पिटिया प्रथम सचिव कोलंबिया विदेश मंत्रालय, एलेजांद्रा मारिया रोड्रिग्ज भारत में कोलंबिया दूतावास की द्वितीय सचिव और मिन्नी साहनी संसाधन प्रदाता उपस्थित थे।