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नेपाल ने सुरक्षित निकाले मानसरोवर यात्री

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काठमांडू। भारत से कैलाश-मानसरोवर की यात्रा पर आए 41 तीर्थ यात्रियों को नेपाल-तिब्बत सीमा से सुरक्षित निकाल लिया गया है। खराब मौसम की वजह से करीब एक सप्ताह से तीर्थयात्री फंसे हुए थे। भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह तीर्थयात्रियों का एक समूह कैलाश-मानसरोवर की यात्रा से लौट रहा था, यात्री समूह उसी समय मौसम खराब हो जाने के कारण तिब्बती सीमा के तकलाकोट कस्बे में फंस गया था।

तीर्थयात्रियों में 18 लोग राजस्थान से थे, इनमें राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी के विधायक मोहन लाल गुप्ता के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और मुंबई के लोग भी शामिल थे। समूह में भारतीय मूल के ब्रिटेन के दो नागरिक भी थे। अपनी पत्नी के साथ आए विधायक को पहाडी क्षेत्र में आक्सीजन की कमी के कारण सांस लेने में दिक्कत भी होने लगी थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य के मुख्य सचिव सलाउद्दीन अहमद ने भी भारतीय दूतावास को फंसे तीर्थ यात्रियों को वहां से शीघ्र निकालने के प्रयास करने को कहा। भारतीय दूतावास के अधिकारी एके राय ने बताया कि सोमवार को मौसम साफ हुआ और नेपाल की घरेलू हवाई कंपनी सिमरिक से उन्हें नेपाल सीमा स्थित सिमिकोट कस्बा भेजा गया। वहां से कुछ लोग सड़क मार्ग से नेपालगंज गए, जबकि कुछ लोगों ने काठमांडू के लिए उड़ान पकड़ी। ब्रिटेन के नागरिक मंगलवार को लंदन के लिए रवाना हो गए, जबकि विधायक मोहन लाल गुप्ता के दो दिनों में राजस्थान लौट जाने की उम्मीद है।

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