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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र ने कहा है कि अयोध्या मामले में सुलह समझौते के कोशिश के लिए प्रधानमंत्री के तरफ से पहल होनी चाहिए। कलराज मिश्र ने कहा कि यदि 24 सितम्बर को फैसला आ गया होता तो ज्यादा अच्छा होता क्योंकि जिन याचियों के ने सुलह समझौते की बात की है उनका मामले से जुड़े दोनों ही पक्षो में कोई प्रभावशाली मान्यता नहीं है।लखनऊ में प्रदेश कार्यालय पर पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि अयोध्या प्रकरण पर 24 सितम्बर को उच्च न्यायालय के प्रस्तावित निर्णय को लेकर आम जनमानस बड़े आतुरता के साथ प्रतीक्षा कर रहा था क्योंकि फैसले में अयोध्या में राम के जन्म भूमि के मालिकाना वाद का निर्णय होना था। इसी कारण से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार 24 सितम्बर 2010 को संवेदनशील दिवस मानकर चल रही थी। सब तरफ से शांति की अपील की जा रही थी। सभी पक्ष फैसले को लेकर मानसिक रूप से तैयार थे। यदि कल फैसला आ जाता तो अच्छा रहता। उन्होने कहा कि यदि सुलह समझौते की बात करनी है तो प्रधानमंत्री को अपने स्तर से इसमें पहल करते हुये प्रयास करने चाहिए तभी सार्थक परिणाम आ सकेगा।