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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि केन्द्र सरकार सीबीआई जैसी जांच संस्थाओं का स्तर गिराकर अपने मुंह पर कालिख पोत रही है। सुप्रीम कोर्ट जैसी सर्वोच्च न्यायिक संस्था का यह कहना कि 'सीबीआई और मायावती एक हो गये हैं, दोनों मिलकर कोर्ट का समय खराब कर रहे है' केन्द्र की यूपीए सरकार के लिए ही नहीं बल्कि कांग्रेस के लिए भी शर्म की बात है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद यह सिद्ध हो गया है कि सीबीआई कांग्रेस की संस्था के रूप में काम कर रही है।सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि राज्य की बसपा सरकार कांग्रेस की 'डमी' सरकार के रूप में काम कर रही है क्योंकि मायावती को विभिन्न मामलों में सीबीआई जांचों में अपना बचाव करना है। केन्द्र सरकार सीबीआई का दुरूपयोग कर अपने राजनीतिक विरोधियों पर अंकुश लगाने का काम कर रही है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री मायावती केन्द्र सरकार के विरूद्ध खोखले बयान देकर प्रदेश की जनता को धोखे में रख रही हैं।उन्होंने कहा कि सीबीआई का दोगला चरित्र गुजरात के मामले में भी उजागर हो चुका है, जहां गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को परेशान करने की नीयत से सीबीआई कांग्रेस के इशारे पर घटिया हथकंडे अपना रही है। सीबीआई उप्र की भ्रष्टतम मुख्यमंत्री मायावती को बड़े घोटालों में बचाने का काम कर रही है। शाही ने कहा कि सीबीआई को एक स्वतंत्र जांच एजेंसी रहने देना चाहिए था। एनडीए शासनकाल में सीबीआई का यह चरित्र उजागर भी हुआ था किन्तु दुर्भाग्य का विषय है कि सीबीआई का राजनीतिक दुरूपयोग कर इसे कंलकित किया गया है। बल्कि मौजूदा समय में सीबीआई, निष्पक्ष जांच एजेंसी न बनकर कांग्रेस बचाओं संस्थान के रूप में काम कर रही है।