कहते हैं कि रिश्ते ऊपर से बनकर धरती पर आते हैं। 'हिना परवीन' उन खुशनसीब लड़कियों में से एक है, जिसने यतीमखाने में संरक्षण पाकर 26 अक्टूबर को अपने सुखद और वैवाहिक जीवन के सपने को पूरे होते देखा। अपनी संघर्षभरी आत्मकथा में उसने कभी नहीं सोचा होगा कि उसे और लड़कियों की तरह सम्मान और रीति-रिवाज़ के साथ डोली में बैठाकर रूख़सत...
नत्थू-कढेरा और बंसी अपने छप्पर के नीचे बैठे हुए महंगाई से घुट-घुट कर मर रहे हैं। उनके घर में जिन जरूरी चीजों की जरूरत है वह उनकी पहुंच से बाहर चली गई है। इसका सबसे सही उत्तर डा. मनमोहन सिंह के पास है जो न केवल एक प्रख्यात अर्थशास्त्री हैं बल्कि देश के प्रधानमंत्री भी हैं। वह ही आम जनता को महंगाई से मोक्ष दिला सकते हैं।...
दुनिया सीमेंट की सड़कों पर मुद्दत से दौड़ रही है और भारत अभी भी तारकोल की सड़कों के पीछे भाग रहा है। सड़क निर्माण विशेषज्ञों के सीमेंट की सड़कों के निर्माण प्रस्ताव अभी भी ठंडे बस्ते में पड़े हैं। ऐसा उन सड़क माफियाओं के शक्तिशाली तंत्र के कारण होता आ रहा है और बड़े स्तर पर सांठगांठ करके यह नहीं चाहते कि भारत अपने यहां...
मानवता, न्याय और यकीन की बुनियाद पर खड़े इस्लाम पर उंगलियां उठ रही हैं। गैर मुसलमानों की नई पीढ़ी में एक शक घर कर रहा है कि क्या आतंकवाद फैलाने का काम मुसलमान करते हैं? द़निया में जो आंखें खोल रहे हैं उनके सामने से इस्लाम की सही तस्वीर ओझल हो रही है। इस पीढ़ी की यह बदकिस्मती कहेंगे कि वह उपदेशों, शिक्षा और नसीहतों से भरे इस्लाम...
धिक्कार है, व्यवस्था के इस अंधे और बेरहम दौर को, जिसके सामने कंचन जैसी न जाने कितनी बेबस हैं, जिन पर आज तक किसी की नज़र ही नहीं गई। विश्व विख्यात पीतल नगरी मुरादाबाद में अनगिनत अरबपति उद्योगपतियों, समाजसेवियों और जिला प्रशासन की नाक के नीचे संघर्ष कर रही कंचन अपने भविष्य के अगले संघर्ष की ओर बढ़ रही है।...