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Saturday 14 September 2024 11:49:22 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (डोनर) ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आर्थिक विरासत के बहुप्रतीक्षित अष्टलक्ष्मी महोत्सव की आधिकारिक वेबसाइट लॉंच की। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्देश्य पूर्वोत्तर के जीवंत कपड़ा उद्योग, हस्तशिल्प और अद्वितीय उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करना है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्वोत्तर भारत और देश के बाकी हिस्सों केबीच सांस्कृतिक एवं आर्थिक अंतर को पाटने में इसका महत्व बताया और कहाकि अष्टलक्ष्मी महोत्सव न केवल पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करेगा, बल्कि आर्थिक विकास केलिए उत्प्रेरक का काम भी करेगा, जिससे क्षेत्रके कारीगरों, बुनकरों और उद्यमियों केलिए नए अवसर पैदा होंगे।
भारत मंडपम प्रगति मैदान नई दिल्ली में 6 से 8 दिसंबर-2024 तक अष्टलक्ष्मी महोत्सव ऐतिहासिक उत्सव होगा, फैशन संस्कृति और व्यापार का एक जीवंत मिश्रण साबित होगा। इसमें पूर्वोत्तर भारत के प्रसिद्ध मूगा और एरी सिल्क को समर्पित मंडप हस्तशिल्प के लाइव प्रदर्शन और क्षेत्रके भौगोलिक संकेत यानी जीआई उत्पादों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अष्टलक्ष्मी महोत्सव में एक फैशन शो, डिज़ाइन कॉन्क्लेव, क्रेता-विक्रेता मीट और एक निवेश गोलमेज सम्मेलन भी होगा, जो सार्थक सहयोग और दीर्घकालिक आर्थिक प्रभाव केलिए मंच प्रदान करेगा। वेबसाइट लॉंच कार्यक्रम संचार भवन नई दिल्ली में हुआ, जिसने राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर पूर्वोत्तर की विशाल क्षमता को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। आठ पूर्वोत्तर राज्यों-अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा को सामूहिक रूपसे अष्टलक्ष्मी के रूपमें जाना जाता है, जो समृद्धि के आठ रूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं। वेबसाइट www.ashtalakshmimahotsav.com, इवेंट अपडेट, शेड्यूल और भागीदारी विवरण केलिए वनस्टॉप समाधान के रूपमें काम करेगी, जिससे देशभर के भागीदारों केलिए सहज जुड़ाव सुनिश्चित होगा।