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Thursday 21 March 2013 11:08:27 AM
नई दिल्ली। ट्राई ने 'आईएमटी-एडवांस्ड मोबाइल वायरलैस ब्रॉडबैंड सेवाओं' पर सिफारिशें जारी कर दी हैं। देश में इंटरनेशनल मोबाइल टेलीकम्युनिकेशंस (आईएमटी)-एडवांस्ड टेक्नॉलोजी को लागू करना सुगम बनाने के लिए ट्राई ने स्वत: संज्ञान लेते हुए 19 अगस्त 2011 को हितधारकों की टिप्पणियां प्राप्त करने के लिए 'आईएमटी-एडवांस्ड मोबाइल वायरलेस ब्रॉडबैंड सर्विसेज' पर परामर्श पत्र जारी किया था। देश में (आईएमटी)-एडवांस्ड टेक्नॉलोजी लागू करने की दिशा में इस परामर्श पत्र में कई कानूनी और तकनीकी मसले उठाये गए थे। इनमें से कुछ मसले, जो मुख्य रूप से कानूनी प्रकृति के थे, उन्हें 23 अप्रैल 2012 को 'स्पेक्ट्रम की नीलामी' पर जारी सिफारिशों में शामिल किया गया था। इन सिफारिशों में ट्राई ने डुप्लैक्सिंग स्कीम और 700 मेगाहर्टस के बैंड प्लान (698-806 मेगाहर्टस) के मसले पर विचार किया तथा सुझाव दिया कि भारत को 700 मेगाहर्ट्स के स्पेक्ट्रम बैंड (698-806 मेगाहर्टस) के लिए एपीटी 700 बैंड प्लान, एफडीडी आधारित 2x45 मेगाहर्ट्स फ्रीक्वेंसी प्रबंध के साथ अपनाना चाहिए। ऐसे में जबकि आईएमटी टेक्नोलॉजी के लिए इको-सिस्टम तैयार हो रहा है, प्राधिकरण का मानना है कि आईएमटी-एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल वाली सेवाएं लागू होने के बाद ही सेवा की गुणवत्ता, फैम्टो सेल आदि जैसे तकनीकी प्रकृति के बचे हुए मसले बेहतर ढंग से सुलझाए जा सकते हैं। ये सिफारिशें ट्राई की वेबसाइट www.trai.gov.in पर उपलब्ध हैं।