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Saturday 18 January 2014 04:23:36 PM
नई दिल्ली। कार्पोरेट एजेंडे को प्रोत्साहन और कार्पोरेट विनियमन एवं संचालन में जागरुकता पैदा करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कार्पोरेट अफेयर्स ने फिक्की के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं।
कार्पोरेट मामलों के मंत्रालय के तत्वावधान में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कार्पोरेट अफेयर्स (आईआईसीए) ने समाहित वृद्धि और उद्योग एवं अर्थव्यवस्था में सतत विकास के लिए कार्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी, प्रतिस्पर्धा कानून, कार्पोरेट कानून और संचालन के क्षेत्रों में सहयोग के वास्ते फिक्की के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। जिन बिंदुओं पर सहमति हुई, उनमें नए कंपनी कानून के विभिन्न पहलुओं को संवर्धित करने के लिए भारत के सभी शहरों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, खासतौर से कार्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) और उद्योगों की मुख्यधारा में सीएसआर को अपनाने और जिम्मेदार व्यवहारिक संचालन तथा अन्य समरूपी गतिविधियों के लिए क्षमता निर्माण का उपाय शामिल है।
आईआईसीए और फिक्की, संकल्पना एवं एजेंडा विकसित करने, पार्ट क्रम विषय सूची एवं मापांक और अल्पकालिक पाठ्यक्रम एवं प्रशिक्षण आयोजित करने में भी सहयोग करेंगे। आईआईसीए भारत में कंपनियों के लिए कार्पोरेट विनियमन एवं संचालन में जागरुकता पैदा करने के लिए थॉमसन राईटर के साथ भी कार्य कर रहा है। पहले अनुस्थापन कार्यक्रम की योजना फार्मा क्षेत्र के लिए तैयार की जा रही है ।