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Thursday 9 March 2017 11:53:26 PM
नई दिल्ली। जॉर्डन के शाही दरबार के प्रमुख डॉ फायज़ अल तरावनेह ने कल राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। डॉ फायज़ अल तरावनेह का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हाल ही की जॉर्डन यात्रा की सुखद यादें उनके ज़ेहन में हैं, जो भारत के किसी राष्ट्रपति की पहली जॉर्डन यात्रा थी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि जॉर्डन के साथ अपने संबंधों को भारत काफी महत्व देता है। उन्होंने भारत ने क्षेत्रीय मामलों विशेष रूपसे फिलीस्तीन-इस्राइल संघर्ष के समाधान और हमारे क्षेत्र तथा विश्व को प्रभावित करने वाले आतंकवाद की समस्या से निपटने में सम्राट अब्दुल्ला के नेतृत्व में जॉर्डन की सक्रिय भूमिका की सराहना की।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि आतंकवाद के खतरों से कोई भी देश सुरक्षित नहीं है, इसे समाप्त करने के लिए तुरंत सामूहिक कार्रवाई की जरूरत है। राष्ट्रपति ने कहा कि अपने सामाजिक आर्थिक संसाधनों में भारी कमी के बावजूद आसपास के युद्धग्रस्त इलाकों के शरणार्थियों की असाधारण मानवीय सहायता के लिए भारत, जॉर्डन की सराहना करता है। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत-जॉर्डन के बीच द्विपक्षीय व्यापार और ज्यादा बढ़ेगा, जो 2015-16 में 1.35 बिलियन अमरीकी डॉलर था। उन्होंने कहा कि भारत और जॉर्डन के खास संबंध हैं और भारत को प्रसन्नता है कि जॉर्डन सुरक्षा और रक्षा सहयोग, अंतरिक्ष, उर्वरक आदि क्षेत्रों में सहयोग करने को उत्सुक है।