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Saturday 16 March 2013 10:12:19 AM
देहरादून। उत्तराखंड प्रतिपूरक वनीकरण निधि प्रबंधन एवं नियोजन प्राधिकरण (कैंपा) की संचालन समिति की पंचम बैठक में मुख्य सचिव आलोक कुमार जैन ने निर्देश दिए कि वनों में लगने वाली आग को रोकने के लिए अभी से तैयारी कर ली जाए। फायर लाइन और आग सुरक्षा के उपाय किए जाएं। जंगली जानवरों से फसलों को होनी वाली क्षति रोकने के कारगर कदम उठाए जाएं। उन्होंने बैठक में वर्ष 2013-14 के लिए 84.30 करोड़ रुपए के कार्य योजना को मंजूरी दी।
बैठक में बताया गया कि सभी फील्ड वाहनों पर लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। रेंज अधिकारियों के खाते खुलवाकर चेक से भुगतान करने की व्यवस्था की जा रही है। टैली और एमआईएस (मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम) विकसित कर लिया गया है। प्रथम तीन वर्षों में 9399 हेक्टेयर क्षतिपूर्ति वनीकरण के सापेक्ष वर्ष 2011-12 में 4178 हेक्टेयर वनीकरण किया गया है, कैंपा के कार्यों का थर्ड पार्टी मानिटरिंग और मूल्यांकन किया जा रहा है, वन्य जीवों के क्षति पहुंचाने पर अनुग्रह राशि बढ़ाई गई है।
बैठक में पीसीसीएफ डॉ आरबी एस रावत, प्रमुख सचिव वन एस रामास्वामी, प्रमुख सचिव वित्त राधा रतूड़ी, भारत सरकार के प्रतिनिधि अपर प्रमुख वन संरक्षक (मध्य क्षेत्र) लखनऊ आजम जैदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।