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Tuesday 4 June 2019 04:13:55 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय इंदिरा भवन लखनऊ में पुलिस प्रशिक्षण हेतु वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से रिक्रूट आरक्षी नागरिक पुलिस एवं पीएसी के आधारभूत प्रशिक्षण सत्र-2019 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण गोपाल गुप्ता ने पुलिस महानिदेशक को प्रशिक्षण की रूपरेखा एवं प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम के बारे में अवगत कराया, उन्हें बताया कि वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से प्रशिक्षु एवं प्रशिक्षक एक-दूसरे के टेक्सट, ऑडियो, वीडियो के माध्यम से संवाद कर सकेंगे। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 31 केंद्रों में स्थापित वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से 47 प्रशिक्षण केंद्र और फेसबुक लाइव के माध्यम से शेष 47 प्रशिक्षण केंद्र, जिसमें उत्तर प्रदेश के 35 तथा केंद्रीय संस्थानों के 12 केंद्र जुड़े हुए हैं।
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि वर्चुअल क्लासरूम तकनीकी का सबसे अच्छा उदाहरण है, जिसमें कोई भी अधिकारी, प्रशिक्षक, उत्तर प्रदेश पुलिस के सदस्य आदि रिक्रूट प्रशिक्षण के सम्बंध में फेस-टू-फेस जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गौरतलब है कि वर्ष जुलाई 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल क्लासरूम का शुभारम्भ किया था और आज से प्रशिक्षण सत्र 2019 का प्रारम्भ हो गया है। डीजीपी ने कहा कि समस्त प्रशिक्षु आरक्षी, जो विभिन्न संस्थाओं में प्रशिक्षण हेतु उपस्थित हैं, वह पुलिस परिवार के एक सक्रिय सदस्य होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस बहुत बड़ा संगठन है, जिसमें लगभग 25 हजार रिक्रूट आरक्षी यूपी पुलिस में सम्मिलित होने जा रहे हैं, यह यूपी पुलिस की महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान रिक्रूट आरक्षी पुलिसबल के कर्तव्यों के बारे में जानकारी के साथ-साथ दैनिक कार्यों से पुलिस का क्या सम्बंध है, इसकी भी जानकारी प्राप्त करके कुशल एवं सच्चे सिपाही के रूपमें आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में आउटडोर, इन्डोर प्रशिक्षण के साथ-साथ उन सभी बातों को जो पुलिस में आचरण और व्यवहार को और अच्छा एवं संवेदनशील बनाते हैं, उनके बारे में भी विशेषरूप से ध्यान देकर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आउटडोर प्रशिक्षण के माध्यम से स्वस्थ रहने तथा इन्डोर प्रशिक्षण के माध्यम से संविधान, कानून सहित सभी महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित पीटीएस सुल्तानपुर तथा पीटीएस जालौन में प्रथम बार प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया है और 1561 पुलिस अधिकारी प्रशिक्षक बल के रूपमें तैनात किए गए हैं, जो रिक्रूट आरक्षी की प्रशिक्षण सम्बंधी समस्या का समाधान करने में सहायक होगें।
रिक्रूट आरक्षी नागरिक पुलिस एवं पीएसी के छह माह के आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम में 25 हजार नागरिक पुलिस एवं पीएसी के रिक्रूट आरक्षियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कुल 94 प्रशिक्षण केंद्रों पर दिया जाएगा, जिसमेंप्रदेश के 82 66 पुरुष, 16 महिला प्रशिक्षण केंद्र एवं 12 प्रशिक्षण केंद्र केन्द्रीय संगठन के हैं, जिसमें 5 केंद्र सीआरपीएफ, 3 केंद्र सीआईएसएफ एवं 4 केंद्र बीएसएफ के हैं। प्रशिक्षु आरक्षियों को प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अनुशासित तरीके से प्रशिक्षण पूर्ण करने हेतु प्रेरित किया जाएगा और प्रशिक्षक स्टाफ से अपेक्षा की गई है कि वे प्रशिक्षु आरक्षियों के साथ एक अभिभावक की भांति व्यवहार करें तथा उन्हें गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करें। बैठक में पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था आनंद कुमार और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।