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'आईटीआई को उन्‍नत और आधुनिक बनाना है'

आईटीआई विद्यार्थियों केलिए रोज़गारयोग्‍य कौशल कार्यक्रम

सिस्को और एक्सेंचर कम्‍पनियों से आईटीआई का समझौता

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 15 June 2019 02:07:27 PM

iti's agreement with cisco and accenture companies

नई दिल्ली। देश के सभी आईटीआई के लगभग 15,00,000 विद्यार्थी अब भारत स्‍कील्‍स पोर्टल के माध्‍यम से डिजिटल लर्निंग मोड्यूल एक्‍सेस कर सकते हैं। भारत सरकार में कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत प्रशिक्षण महानिदेशालय ने अपने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्‍थानों के माध्‍यम से डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था के लिए युवाओं को कुशल बनाने के उद्देश्‍य से निजी क्षेत्र की दो बड़ी कम्‍पनियों सिस्‍को तथा एक्सेंचर के साथ समझौता किया। दोनों संगठनों ने कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय के प्रशिक्षण महानिदेशालय के साथ आईटीआई के विद्यार्थियों के लिए व्‍यापक रोज़गार योग्‍य कौशल कार्यक्रम प्रारंभ करने का समझौता किया है। क्रियांवयन सहयोगी क्‍वेस्‍ट एलांयस के साथ यह कार्यक्रम देशभर के आईटीआई विद्यार्थियों को अगले दो वर्ष में डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था के लिए कुशल बनाएगा।
कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय के सचिव डॉ केपी कृष्‍णा की उपस्थिति में डीजीटी के महानिदेशक राजेश अग्रवाल, सिस्‍को इंडिया के प्रबंध निदेशक पब्लिक अफेयर्स और स्‍ट्रे‍टजिक इंगेजमेंट हरीश कृष्‍णन, एक्सेंचर की निदेशक कार्पोरेट सिटीजनशिप क्षितिजा कृष्‍णास्‍वामी और क्‍वेस्‍ट एलांयस के आकाश सेठी ने समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए। कार्यक्रम में डिजिटल साक्षरता, करियर तैयारी, रोज़गार योग्‍य कौशल तथा डाटा एनालेटिक्‍स जैसे एडवांस्‍ट टेक्‍नॉलाजी कौशल के लिए मॉडयूल के साथ तैयार पाठ्यक्रम शामिल हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रारंभिक चरण तमिलनाडु, गुजरात, बिहार और असम के 227 आईटीआई में 1,00,000 से अधिक युवाओं को लक्षित करते हुए लागू किया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत 240 से अधिक घंटे का प्रशिक्षण 21वीं सदी के कौशल के सम्‍बंध में दिया जाएगा। इसमें डिजि‍टल साक्षरता, डिजिटल प्रवाह कुशलता, सृजनात्‍मक समस्‍या समाधान, कार्यस्‍थल तैयारी कुशलता, निर्णय प्रक्रिया में डाटा उपयोग, करियर प्रबंधन कुशलता तथा करियर को पहचानने और नियोजन करने की क्षमता शामिल हैं।
सिस्‍को देशभर के आईटीआई विद्यार्थियों को प्रत्‍यक्ष रूपसे नेटवर्क एकेडमिक कोर्स का एक्‍सेस प्रदान करेगा। कौशल विकास तथा उद्यमिता सचिव डॉ केपी कृष्‍णन ने इस सहयोग के बारे में कहा कि यह आवश्‍यक है कि हम एक देश के रूपमें नए युग की टेक्‍नॉलाजी तथा कौशल अपनाएं, जो आज बाज़ार में प्रासंगिक है। उन्‍होंने कहा कि यह सहयोग अपने औद्योगिक संस्‍थानों को नवीनतम डिजिटल कुशलताओं के साथ सशक्‍त बनाने की दिशा में कदम है। डीजीटी के महानिदेशक राजेश अग्रवाल ने कहा कि आधारभूत संरचना, करियर तैयारी अध्‍यापन, पाठ्यक्रम तथा टेक्‍नॉलाजी उपयोग के संबंध में देशभर के आईटीआई को उन्‍नत और आधुनिक बनाना हमारा उद्देश्‍य है।

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