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Friday 22 March 2013 06:55:26 AM
सोमेश्वर, अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर ब्लॉक में तीन दिवसीय भारत निर्माण जन सूचना अभियान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपंन हो गया। कार्यक्रमों में सर्वशिक्षा, मध्याह्न भोजन और शिक्षा का अधिकार विषय प्रमुखता से रखे गए। सोमेश्वर स्टेडियम में अभियान के समापन समारोह को संबोधित अल्मोड़ा के जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने संबोधित किया और प्रेरणाओं के साथ जिले में शिक्षा के अधिकार को लागू करने की दिशा में हुई प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारियां दीं। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को स्कूलों में दाखिला देने का प्रयास किया जा रहा है और अल्मोड़ा जिला इस मामले में आगे है। उन्होंने बताया कि निजी स्कूलों में प्रवेश में 25 प्रतिशत सीटें गरीब तबकों के बच्चों के लिए आरक्षित करने की दिशा में भी प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने ग्रामीण समुदाय से अपील की कि वे सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए आगे आएं।
ताकुला ब्लॉक के सर्व शिक्षा अभियान समन्वयक, महेंद्र सिंह बोरा ने सर्व शिक्षा और मध्याह्न भोजन योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी। एसएसबी के प्रवक्ता संतोष लाल ने देश की रक्षा में अपने संगठन के योगदान के बारे में विस्तार से बताया। समापन समारोह के मौके पर एसएसबी का डॉग शो लोगों के लिए विशेष आकर्षण रहा, जिसमें प्रशिक्षित कुत्तों ने विस्फोटक का पता लगाने से लेकर चोर को पकड़ने तक के कई हैरतअंगेज करतब दिखाए। इसके अलावा एसएसबी के स्टॉल में हथियारों सहित सुरक्षा से संबंधित उपकरणों का प्रदर्शन भी किया गया।
अभियान के अंतिम दिन सर्व शिक्षा रैली निकाली गई, जो सोमेश्वर बाजार से होते हुए कार्यक्रम स्थल सोमेश्वर स्टेडियम पहुंची। इसमें लगभग 250 स्कूली बच्चों ने भाग लिया। जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने स्टेडियम में प्रदर्शनी स्टॉलों में सर्वोत्तम स्थान पाने वाले स्टॉलों को पुरस्कार प्रदान किए। बाल विकास विभाग के स्टॉल को सर्वोत्तम स्टॉल का पहला पुरस्कार दिया गया, जबकि सर्व शिक्षा अभियान तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार मिला। एसएसबी को विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया।
अभियान का आयोजन पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), देहरादून ने किया था, जिसमें सूचना और प्रसारण मंत्रालय के विभिन्न माध्यमों-क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय, गीत और नाटक प्रभाग तथा विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय के अलावा दूरदर्शन और आकाशवाणी ने भी भाग लिया। जिला प्रशासन और राज्य सरकार के अनेक विभागों ने भी इसे सफल बनाने में योगदान किया।