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Wednesday 27 March 2013 02:03:05 PM
जबलपुर। नए वित्तीय वर्ष से भारत सरकार के महिला बाल विकास विभाग की देशभर में चल रही बाल विकास परियोजनाओं के लिए नया एमआईएस सिस्टम लागू किया जा रहा है। इस सिस्टम को लागू करने के लिए बाल विकास सेवाएं मध्य प्रदेश, राज्य के सभी 9 संभागों में जिला स्तरीय प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित कर रहा है।
इस क्रम में जबलपुर संभाग स्तरीय चार दिवसीय प्रशिक्षण त्रिपुरी चौक स्थित होटल मारूति मंडप में आयोजित किया गया, जिसमें राज्य स्तरीय प्रशिक्षक संजय अब्राहम एवंजीएस लौवंशी ने प्रत्येक विषय पर संभाग के सभी जिलों के 28 प्रशिक्षणार्थियों को प्रभावी प्रशिक्षण दिया। राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षणरत प्रतिभागियों से लागू की जाने वाली सभी 11 पंजियों की तालिकाओं जैसे सर्वे, पोषण, आहार, डाटा ट्रांस्फर शीट, टीकाकरण आदि का अभ्यास किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी एचके शर्मा ने कहा कि बाल विकास सेवाओं की मानिटरिंग ही नहीं, वरन कार्यक्रमों के लिये प्रभावी क्रियांवयन की रणनीति के लिये संवर्धित एमआईएस प्रणाली बेहद असरदार होगी।
प्रशिक्षण का समापन रविवार को संयुक्त संचालक एससी चौबे ने किया। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में विकास कार्यक्रमों की मानिटरिंग की उच्चस्तरीय गुणवत्ता के लिये सही सही एवं सुस्पष्ट आंकड़ों के महत्व को अनदेखा नहीं करना चाहिये। परिवर्धित एवं संवर्धित एमआईएस सिस्टम बेहद उपयोगी है, जिला स्तरीय प्रशिक्षकों की ज़िम्मेदारी सबसे अधिक है क्योंकि उनको निचले स्तर पर प्रशिक्षण देना है, जहां से डाटा जनरेट होगा, अतः प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बनाए रखना सभी चरणों के प्रशिक्षण में जरूरी होगा प्रशिक्षण का प्रबंधन एवं संचालन गिरीश बिल्लोरे बाल विकास परियोजना अधिकारी डिंडोरी ने किया। प्रतिनिधि सूर्या कुमार, मंडलाध्यक्ष विवेक रंजन उपाध्याय, रविकुमार की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।