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इग्नू के 39 क्षेत्रीय केंद्रों में मनाया गया दीक्षांत

एचआरडी मंत्री ने मेधावियों को बांटे प्रमाणपत्र और पदक

नए अकादमिक कार्यक्रम के लिए हुई इग्‍नू की सराहना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 18 February 2020 12:39:23 PM

33rd convocation of ignou

नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने नई दिल्‍ली में इंदिरा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त विश्‍वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों से कहा कि यह उपलब्धि उनके शिक्षकों और उनके अभिभावकों का आर्शीवाद है, जिन्‍होंने उन्हें निर्देशित किया और प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त करने में उनकी सहायता की है। उन्‍होंने कौशल आधारित पाठयक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि ये कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए उचित माहौल बनाने की दृष्टि से तैयार किए गए हैं। रमेश पोखरियाल ने दूर तक पहुंच बनाने के लिए भारतीय भाषाओं में पाठ्यक्रमों के विकास की आवश्‍यकता पर बल देते हुए कहा कि विश्‍वविद्यालयों में हिंदी और संस्‍कृत के विकास में तेजी लाते हुए राष्‍ट्रीय भाषा के रूपमें हिंदी को मान्‍यता देना भी अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने विभिन्‍न विषयों का दायरा बढ़ाने के लिए बड़ी संख्‍या में नए अकादमिक कार्यक्रम चलाने पर इग्‍नू की सराहना की, ये सभी कार्यक्रम मौजूदा समय में बहुत प्रासंगिक हैं। दीक्षांत समारोह में 2,00,000 डिग्री, डिप्‍लोमा और प्रमाणपत्र एवं 50 मेधावी विद्यार्थियों को स्‍वर्ण पदक प्रदान किए गए। उन्‍होंने समग्र पंजीकरण अनुपात में इजाफा करने के लिए भी इग्‍नू की प्रशंसा की और कहा कि यह केवल पारम्‍परिक शिक्षा प्रणाली के आधार पर हासिल करना कठिन है। उन्‍होंने विश्‍वविद्यालयों से आग्रह किया कि वे रोज़गार केंद्रित कार्यक्रम शुरू करें और रोज़गार सृजन में सहायता प्रदान करें।
इग्‍नू विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नागेश्‍वर राव ने जुलाई 2019 तथा जनवरी 2020 के मौजूदा भर्ती सत्र में नए छात्रों की संख्‍या में बढ़ोतरी का जिक्र करते हुए कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि इग्‍नू उच्‍च शिक्षा में 30 प्रतिशत का लक्ष्‍य हासिल करने के केंद्र सरकार के प्रयासों के अनुरूप जीईआर में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्‍वविद्यालय ने 26 नए शैक्षणिक कार्यक्रम शुरु किए हैं, जिनमें से 3 सामान्‍य स्‍नातकस्‍तर, 9 स्‍नातक ऑनर्सस्‍तर और 3 ऑनलाइन कार्यक्रम हैं, ऐसा स्‍वास्‍थ्‍य विज्ञान, व्‍यवसायिक क्षेत्र, पर्यटन जलवायु परिवर्तन, योग आदि जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों की जरूरतों को ध्‍यान में रखते हुए किया गया है। विश्‍वविद्यालय के 39 क्षेत्रीय केंद्रों में भी दीक्षांत समारोह का आयोजन एकसाथ किया गया। मुख्‍य कार्यक्रम विश्‍वविद्यालय मुख्‍यालय दिल्ली में हुआ।

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