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Sunday 07 April 2013 10:19:48 AM
नई दिल्ली। दूसरा भारत जल सप्ताह 2013 कल से शुरू हो रहा है। इस बार इसकी थीम है-जल का दक्ष प्रबंधनः चुनौतियां और अवसर। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शुभारंभ करेंगे एवं समापन और अन्य आयोजनों के दौरान जल संसाधन मंत्री हरीश रावत मुख्य अतिथि होंगे। पांच दिन चलने वाले जल सप्ताह का उद्देश्य इस क्षेत्र के तकनीकी और नीतिगत मुद्दों पर विचार करना है। इस अवसर पर बी 2 बी विचार-विमर्श और बी 2 जी विचार-विमर्श के अवसर पैदा करने तथा व्यवसायिक रूप से उपलब्ध प्रौद्योगिकीय समाधानों को दर्शान वाली प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है। सम्मेलन एवं प्रदर्शनी को समान प्रोत्साहन और नीतिगत पहलुओं के साथ-साथ तकनीकी-व्यवसायिक पहलुओं पर जोर देने का प्रयास है। इस आयोजन के दो मुख्य भाग हैं-सम्मेलन और प्रदर्शनी।
आयोजन के कार्यक्रमों को तीन भागों में बांटा गया है-कृषि और सिंचाई, बिजली और उद्योग तथा घरेलू जल आपूर्ति (ग्रामीण और शहरी)। प्रत्येक भाग में अनेक सेमीनार (जहां कहीं संभव होगा पेपर भी प्रस्तुत किए जाएंगे और सेमीनार के विषय पर परिचर्चा आयोजित की जाएगी), समूह चर्चा (जहां अलग-अलग विशेषज्ञ विशेष विषयों पर चर्चा कर सकते हैं तथा क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञ हॉल में उपस्थित विद्वानों के बीच खुले विचार-विमर्श के दौरान उनकी राय ले सकते हैं), गहन विचार-विमर्श (जहां आप एक विषय पर विशेषज्ञों के छोटे समूह के साथ चर्चा कर सकते हैं तथा वर्तमान समस्या के समाधान के लिए अपनाए जाने वाले दृष्टिकोण के बारे में निष्कर्ष/सिफारिश तक पहुंच सकते हैं) शामिल हैं। विषयों की सूची बना ली गई है, ताकि विशिष्ट सत्रों के निष्कर्ष के ज़रिए जल संसाधन के विकास में मंत्रालय और संबंधित संगठनों के वर्तमान प्रयासों को मिलाकर पूर्ण रूप दिया जा सके।
सम्मेलन में क्षेत्र की जानी-मानी हस्ती मुख्य वक्ता और श्रोता के रूप में शामिल होंगी। जल संसाधन से जुड़े लोगों के बीच यह आयोजन बहुत रुचि पैदा कर चुका है। यह उत्साहजनक है कि अब तक 64 देशों के 1,758 लोग इसके लिए पंजीकरण करा चुके हैं। तकनीकी विषयों का भी खूब स्वागत किया गया है और सम्मेलन के दौरान 200 पेपर प्रस्तुत किए जाने की संभावना है। वाटर एक्सपो-2013 के नाम से प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। प्रदर्शनी में कृषि एवं सिंचाई, जल आपूर्ति और ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में दक्षता बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकी, अत्याधुनिक विकास और समाधान दर्शाए जाएंगे। इस प्रदर्शनी में विविध प्रकार के उत्पाद दिखाए जाएंगे और इसमें दुनिया भर से सेवा देने वाले भाग ले रहे हैं। यह प्रदर्शनी बांध पुनर्स्थापन और सुधार के क्षेत्र में नई सामग्रियों और तकनीकों के प्रदर्शन के लिए भी विशिष्ट अवसर उपलब्ध कराएगी।
विश्व बैंक, ग्लोबल वाटर पार्टनरशिप जैसी अनेक अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी विशेष आयोजन कर रही हैं, जिनमें जल प्रबंधन में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से संबंधित विशेष मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सम्मेलन में बांग्लादेश, इराक, तुवालू, सऊदी अरब (शायद) जैसे पड़ोसी देशों के मंत्री, राजनीतिक स्तर के अनेक प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। इसके आरंभिक सत्र में राष्ट्रीय जल नीति 2012 औपचारिक रूप से जारी की जाएगी।