स्वतंत्र आवाज़
word map

मातृत्व की आयु सीमा बढ़ाई जाएगी

मातृत्व की आयु सीमा के लिए कार्यदल गठित

जया जेटली कार्यदल की अध्यक्ष बनाई गईं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 6 June 2020 05:28:00 PM

motherhood

नई दिल्ली। भारत सरकार ने 4 जून 2020 को जारी एक राजपत्र अधिसूचना में मातृत्व की आयु ‘एमएमआर’ को कम करने की अनिवार्यताओं और पोषण स्तर बेहतर करने से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ कुछ और संबंधित विषयों पर भी गौर करने के लिए एक कार्यदल का गठन किया है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में वित्तवर्ष 2020-21 के अपने बजट भाषण के दौरान कहा था कि वर्ष 1978 में तत्कालीन शारदा अधिनियम-1929 में संशोधन करके लड़कियों के विवाह की आयु को पंद्रह वर्ष से बढ़ाकर अठारह वर्ष कर दिया गया है। कार्यदल को नीति आयोग द्वारा सचिवालयी या दफ्तरी सहायता प्रदान की जाएगी और कार्यदल 31 जुलाई 2020 तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का संसद में कहना था कि जैसे-जैसे भारत प्रगति पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है, लड़कियों के लिए उच्चशिक्षा प्राप्‍त करने और करियर बनाने के अवसर भी मिलने लगे हैं, ‘एमएमआर’ को कम करने के साथ-साथ पोषणस्तर बेहतर करना भी नितांत आवश्‍यक है, इन सभी बातों को ध्‍यान में रखकर ही लड़कियों के मातृत्व की उम्र से जुड़े समस्‍त मुद्दे पर गौर करने की जरूरत है, इसलिए एक कार्यदल का गठन किया जा रहा है। कार्यदल की संरचना इस प्रकार है-जया जेटली (नई दिल्ली) अध्यक्ष, विनोद पॉल सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग सदस्य (पदेन), सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सदस्य (पदेन), सचिव महिला और बाल विकास मंत्रालय सदस्य (पदेन), सचिव उच्चशिक्षा विभाग सदस्य (पदेन), सचिव स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग सदस्य (पदेन), सचिव विधायी विभाग सदस्य (पदेन), नज़मा अख्तर (नई दिल्ली) सदस्य, वसुधा कामथ (महाराष्ट्र) सदस्य और डॉ दीप्ति शाह (गुजरात) सदस्य।
कार्यदल के विचारार्थ जो विषय हैं, वे इस प्रकार हैं-विवाह और मातृत्व की आयु के साथ सह-संबंध पर गौर करना (ए) मां का स्वास्थ्य, चिकित्सीय सेहत एवं पोषण की स्थिति और गर्भावस्था, जन्म एवं उसके बाद नवजात शिशु (बी) प्रमुख मापदंड जैसेकि शिशु मृत्युदर (आईएमआर), मातृ मृत्युदर (एमएमआर), कुल प्रजनन दर (टीएफआर), जन्म के समय लिंग अनुपात (एसआरबी), बाल लिंग अनुपात (सीएसआर) इत्‍यादि और (सी) इस संदर्भ में स्वास्थ्य और पोषण से संबंधित कोई अन्य प्रासंगिक बिंदु। कार्यदल का कार्य है-लड़कियों के बीच उच्चशिक्षा को बढ़ावा देने के उपाय सुझाना। कार्यदल की सिफारिशों के समर्थन में उपयुक्त विधायी उपाय या मौजूदा कानूनों में संशोधन सुझाना। कार्यदल की सिफारिशों को लागू करने के लिए समयसीमा के साथ एक विस्तृत शुभारंभ योजना तैयार करना। कार्यदल आवश्‍यकता पड़ने पर अन्य विशेषज्ञों को अपनी बैठकों में आमंत्रित कर सकता है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]