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Friday 26 April 2013 05:34:47 AM
लखनऊ। एसटीएफ उत्तर प्रदेश की फील्ड इकाई इलाहाबाद ने कस्टम अधिकारी एलडी अरोड़ा की हत्या के वांछित एक लाख रूपए के इनामी अपराधी अलीमुद्दीन उर्फ बाबा को जनपद फतेहपुर से गिरफ्तार करने में उत्कृष्ट सफलता प्राप्त की है। इसकी सीबीआई को 20 वर्ष से तलाश थी। अलीमुद्दीन उर्फ बाबा उर्फ मोहम्मद शफी पुत्र शमशुद्दीन 22 बहादुरगंज थाना कोतवाली जनपद इलाहाबाद का निवासी है। जनपद फतेहपुर के थाना कोतवाली के अंतर्गत मकान नंबर 323 अहमदगंज मसवानी से 24 अप्रैल को उसकी गिरफ्तारी हुई है। कुख्यात अंडरवल्ड अपराधी ओम प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू श्रीवास्तव के गिरोह का वह सदस्य बताया गया है एवं वह भाड़े पर हत्या जैसे जघन्य एवं सनसनीखेज अपराध करता है।
एलडी अरोड़ा, एडीशनल कलेक्टर, कस्टम्स, मुंबई में नियुक्त थे। मुंबई में नियुक्ति के दौरान उनकी दाऊद इब्राहीम से तस्करी पर रोक लगाने को लेकर रंजिश थी, इसी कारण कस्टम अधिकारी एलडी अरोड़ा ने अपना स्थानांतरण इलाहाबाद करवा लिया था। दाऊद इब्राहीम के कहने पर बबलू श्रीवास्तव ने अपने साथी मंजीत सिंह उर्फ मंगे, अलीमुद्दीन उर्फ बाबा, कमल किशोर सैनी, नितिन शाह उर्फ राजू मलिक एवं मोहम्मद उमर उर्फ मोहम्मद भाई उर्फ मोहम्मद शरीफ आदि साथ मिलकर 23 मार्च 1993 को एलडी अरोड़ा की इलाहाबाद में हत्या कर दी थी। इस संबंध में थाना कैंट जनपद इलाहाबाद पर 99/93 धारा 302 भादवि पंजीकृत हुआ था, इसकी विवेचना सीबीआई को स्थानांतरित हुई। केस में विशेष न्यायाधीश टाडा एवं जिला जज के यहां बबलू श्रीवास्तव एवं मंजीत सिंह मंगे को आजीवन कारावास से दंडित किया जा चुका है।
अलीमुद्दीन उर्फ बाबा फरार चल रहा था। इस अपराधी की गिरफ्तारी न होने पर वर्ष 1994 में सीबीआई ने एक लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया। इस वांछित इनामी अपराधी अलीमुद्दीन उर्फ बाबा की गिरफ्तारी न होने पर सीबीआई ने एसटीएफ से सहयोग हेतु अनुरोध किया था। डीके चौधरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ के निर्देशन में प्रवीण सिंह पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व वाली फील्ड इकाई इलाहाबाद ने इसे खोज निकाला। इसकी गिरफ्तारी हेतु इलाहाबाद एवं फतेहपुर में कई स्थानों पर एसटीएफ ने दबिश दी। पुलिस कार्रवाई के दबाव में इसके नेपाल जाने की जानकारी भी प्राप्त हुई। नेपाल सीमा पर भी एसटीएफ ने पूर्व में इसकी घेराबंदी की थी। यह यदा-कदा इलाहाबाद व फतेहपुर आता था। अभिसूचना संकलन में जानकारी प्राप्त हुई कि अलीमुद्दीन बाबा उपरोक्त फतेहपुर में थाना कोतवाली अंतर्गत शम्मू उर्फ शमीम के मकान संख्या 323 अहमदगंज मसवानी में किराए पर रह रहा है। संकलित अभिसूचना के आधार पर इस इनामी अपराधी को इस मकान से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ पर उसने बताया कि हत्या के तुरंत बाद वह ओम प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू श्रीवास्तव एवं गिरोह के सदस्य मंजीत सिंह उर्फ मंगे के साथ नेपाल चला गया था और वहां काठमांडू, पोखरा व कृष्णानगर में रह रहा था। नेपाल में वह मिर्जा दिलशाद बेग, महेंद्र सिंह व रहमान से संपर्क में था। काठमांडू में सर्राफा व्यवसायी ताहिर शाह कश्मीरी उर्फ टप्पू इनके नेपाल में ठहरने में मदद करता था। वह अक्सर नेपाल से अपने साढ़ू रियासत अली निवासी महुइ थाना हुसैनगंज फतेहपुर के यहां आता जाता था। लगभग 4 वर्ष पूर्व तक वह बबलू श्रीवास्तव के संपर्क में रहा। सीबीआई के अधिकारियों को इसकी गिरफ्तारी के संबंध में सूचित कर दिया है, सीबीआई टीम वैधानिक कार्रवाई कर रही है।