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Monday 29 April 2013 04:10:01 AM
नई दिल्ली। सिनेमा इंडिया 18 मोशन पिक्चर्स के बैनर तले बन रही पहली फिल्म जैकपौट पे जैकपौट बड़े पर्दे पर रिलीज़ के लिए तैयार है। इसका र्निदेशन दिल्ली रंगमंच के प्रसिद्ध कलाकार दीपक ओचाने ने किया है। दीपक ओचाने थियेटर और मीड़िया के क्षेत्र में 25 से अधिक वर्षों से सक्रिय हैं। उन्होंने बतौर अभिनेता कई जाने-माने निर्देशक जैसे-सतीश कौशिक, अनिल चैदार, आंनद वर्धन एनएसडी के साथ काम किया है। इसके अलावा सतीश कौशिक, अनु कपूर, अनुपम खेर, पकंज कपूर, शाहरूख खान, ओम पुरी जैसे बड़े-बड़े कलाकारों के साथ सह-निर्देशक के रूप में काम किया है।
दीपक ओचाने ने नाटकों, रेडियो और टीवी धारावाहिकों का भी निर्देशन किया है, नैन ज्योति, सावित्री, कुमार संभव, आंसू, छाया आदि डीडी पर प्रसारित होने वाले मशहूर धारावाहिक हैं। इन्होंने नाटकों को भी निर्देशित किया है, जो ढाई अक्षर प्रेम के, खज़ाना, बीवियों का मदरसा, सूर्य की अंतिम किरण आदि हैं। सूर्य की अंतिम किरण को 2002 में संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के अंतराष्ट्रीय रंगमंच समारोह में खूब सराहना मिली थी।
कई प्रतिभाशाली और लोकप्रिय गायकों ने ‘जैकपोट पे जैकपोट’ की फिल्म का संगीत अपनी आवाज़ से सजाया है, जो सारेगामापा के विजेता देबोजीत सिहं, पंजाब की मशहूर आवाज़ प्रीत हरपाल सिहं और अमेरिका की गायिका अनीता लार्चे हैं। ‘जैकपोट पे जैकपोट’ की शूटिंग सिंगापुर, एम्सटरडेम, कसौली और दिल्ली के कई नामचीन बार और रेस्तरां में हुई है। इस फिल्म की खासियत यह है कि इससे जुड़े सभी कलाकार दिल्ली के हैं, जिनमें से कई दिल्ली के जाने माने रंगमंच एनएसडी से जुड़े हैं, साथ ही साथ फिल्म के लेखक से लेकर संपादक, टेक्नीशियन सभी दिल्ली के हैं।
दिल्ली में कुछ दिन पहले हुए एक समारोह में फिल्म जगत की प्रसिद्व हस्तियां अनुपम खेर, सतीश कौशिक, करन राज़दान तथा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी शिरकत की। उसमें इस बात पर विचार किया गया था कि दिल्ली में भी मुबंई की तरह फिल्मी जगत बनाया जाए, जिससे नए प्रतिभाशाली कलाकारों को ज़्यादा से ज़्यादा अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिले। दीपक ओचाने ने इसी दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाया है और हो सकता है, दीपक ओचाने की इस पहल से दिल्ली वालों को अपना पहला फिल्मी जगत जल्दी ही मिल जाए।