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Saturday 04 May 2013 08:53:04 AM
उन्नाव। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक देवराज नागर ने बृहस्पतिवार को थाना बॉगरमऊ में टेस्ट एफआईआर पंजीकृत कराने की कार्रवाई तथा आकस्मिक निरीक्षण किया। टेस्ट एफआईआर के अनुसार थाने पर सायं 7 बजे के आस-पास एक व्यक्ति ने उसकी मोटरसाइकिल की लूट की घटना संबंधी लिखित सूचना इस थाने पर दी। थाने पर उपस्थित स्टाफ ने तत्काल वादी को मौके पर ले जाकर छानबीन की कार्रवाई की और थाने पर उपस्थित स्टाफ का रिस्पॉस ठीक पाया गया, मगर पुलिस महानिदेशक के अचानक निरीक्षण करने पर जो देखने को मिला उसमें पुलिस महानिदेशक को संबंधित स्टाफ के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी।
पुलिस महानिदेशक स्वयं भी बिना पहचान बताए थाने पर पहुंचे, हवालात चेक किया गया तो दो व्यक्ति-राजू पुत्र बंटे निवासी जूरा नई बस्ती थाना मिश्रिख जनपद सीतापुर, शिवराज पुत्र मुल्ला निवासी छितरापुर थाना बॉगरमऊ जनपद उन्नाव बिना लिखा पढ़ी के हवालात में बंद पाए गए। पूछताछ पर दोनों ने बताया कि लड़की के अपहरण के मामले में लाया गया है, इस अभियोग में नामजद अभियुक्त शिवराज एवं मुख्य अभियुक्त दयाराम के साले राजू पुत्र बंटे को अनुचित तरीके से पकड़ कर हवालात में निरूद्ध करना पाया गया, जिसका तस्करा थाने की जीडी में अंकित नहीं है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि लड़की की बरामदगी हेतु पूछताछ के लिए इन लोगों को बुलाया गया था, गिरफ्तार नहीं किया गया है।
थाना कार्यालय में दो अन्य व्यक्ति अनिल पुत्र पुत्तू लाल निवासी डंडिया सिवोरा थाना बॉगरमऊ व बऊवा पुत्र राम औतार निवासी सुल्तानपुर थाना बॉगरमऊ गलत तरीके से थाने पर बैठे पाए गए। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि उन्हें एक अन्य अपहरण के मामले में पूछताछ हेतु बुलाया गया है। इनको भी थाने पर निरूद्ध रखने अथवा पूछताछ हेतु बुलाए जाने का कोई तस्करा थाने की जीडी में अंकित नहीं है।
उपरोक्त स्थिति से थाना पुलिस की संवेदनहीनता, विधिक प्रक्रिया एवं नियमों के प्रति उदासीनता तथा उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना तथा मानवाधिकारों का उल्लंघन पाया गया। महानिदेशक ने पाया कि साप्ताहिक ड्यूटी रजिस्टर चेक करने पर मनमाने तरीके से अधीनस्थों की ड्यूटी लगाई जा रही है तथा साप्ताहिक ड्यूटी चार्ट नहीं बना है।
पुलिस महानिदेशक ने प्रभारी निरीक्षक, बॉगरमऊ अंजनी कुमार राय, एसएसआई विजय कुमार तथा ड्यूटी मुंशी चंद्र पाल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और क्षेत्राधिकारी के शिथिल पर्यवेक्षण के संबंध में जांच के आदेश दिए हैं।