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Saturday 18 May 2013 08:37:20 AM
टोकियो। केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग और वस्त्र मंत्री आनंद शर्मा ने टोकियो की दो दिन की यात्रा के दौरान जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे से भेंट की और उन्हें दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा (डीएमआईसी) परियोजना के कार्यान्वयन में हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी। आनंद शर्मा, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की जापान की यात्रा से पहले उस देश के साथ द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों की व्यापक समीक्षा के लिए गये हुए हैं।
इस परियोजना की शिंजो अबे की सन् 2007 में भारत यात्रा के दौरान धारणा तैयार की गई थी। अबे ने परियोजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि जापान की कंपनियां इस परियोजना के कार्यान्वयन में भारत के साथ भागीदारी करने की इच्छुक हैं। जापान ने परियोजना के पहले चरण के कार्यान्वयन के लिए पहले ही 4.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की वचनबद्धता की है।
भारत सरकार ने इस गलियारे के साथ-साथ नई औद्योगिक बस्तियां बनाने के लिए ट्रंक अवसंरचना विकसित करने के लिए इसके समकक्ष राशि खर्च करने को कहा है। आनंद शर्मा ने जापान के प्रधानमंत्री को सूचित किया कि जापान की दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा विकास निगम में 26 प्रतिशत इक्विटी है, जिससे दोनों देशों के बीच वैश्विक भागीदारी के ढांचे के अधीन आर्थिक सहयोग के नये प्रतिमान स्थापित हुए हैं। शर्मा ने कहा कि भारत जापान के नरेश और महारानी की इस वर्ष होने वाली भारत यात्रा की बड़ी उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा है।
आनंद शर्मा ने जापान के विदेश मंत्री फुमिओ किशीदा से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के बाद व्यापार के क्षेत्र में हुए स्वस्थ्य विकास पर संतोष व्यक्त किया। शर्मा ने जापान के आर्थिक व्यापार और उद्योग मंत्री टोषीमित्सु मोतेगी से भी भेंट की, जिसने डीएमआईसी परियोजना की व्यापक समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया।
जापान की शीर्ष कंपनियों मित्सुबिषी, हितैची और एनईडीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने शर्मा को परियोजना कार्यान्वयन में हुई प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के जापान बैंक (जेबीआईसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिरोशी वाटनबे ने भी आनंद शर्मा से भेंट करके उन्हें डीएमआईसीडीसी परियोजना और भारत की अन्य अवसंरचना परियोजना के लिए पूर्ण वित्तीय समर्थन का आश्वासन दिया।