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Thursday 06 June 2013 08:15:37 AM
नेपिडा, म्यामां। केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं वस्त्र मंत्री आनंद शर्मा ने म्यामां की राजधानी नेपिडा में नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) की अध्यक्ष आंग सान सू ची से मुलाकात की। यह मुलाकात पूर्व एशिया पर विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन-2013 के दौरान हुई। आनंद शर्मा ने सू ची से कहा कि भारत म्यामां के विकास में वहां की जनता की हर संभव सहायता करेगा।
उन्होंने कहा कि म्यामां हमारा बहुत महत्वपूर्ण पड़ोसी है, दोनों देशों के बीच संबंध पिछले दो वर्ष में और ज्यादा व्यापक तथा प्रगाढ़ हुए हैं, दोनों नेताओं ने आपसी हितों के मसलों पर विचार विमर्श किया। सू ची ने भारत के वस्त्र उद्योग के साथ संबंध कायम करने में दिलचस्पी जाहिर की। कुदरती रेशों के लिए म्यामां की जनता की प्राथमिकता पर जोर देते हुए सू ची ने कहा कि भारत के हथकरघा क्षेत्र में म्यामां के लिए आपार संभावनाएं हैं। अनुकूल पारिस्थितिकी की ओर इशारा करते हुए सू ची ने म्यामां में रेशम उत्पादन की पूरी श्रृंखला विकसित करने में भारत से मदद मांगी। आनंद शर्मा ने सू ची को भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से शुभकामनाएं दीं।
आनंद शर्मा ने म्यामां की ऊर्जा मंत्री यूथान हाते से भी मुलाकात की। आनंद शर्मा ने उन्हें बताया कि भारतीय बैंक, म्यामां में अपनी शाखाएं खोलने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि भारत को म्यामां में बैंकिंग प्रणाली को सशक्त करने में सहयोग प्रदान करके भी खुशी होगी, क्योंकि हमारे बैंकिंग कानून समान हैं। दोनों मंत्रियों ने वर्ष 2015 तक तीन अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य रखा। आनंद शर्मा ने म्यामां से ऊर्जा, तेल और प्राकृतिक गैस प्राप्त करने की दिशा में सहयोग बढ़ाने के प्रति भारत की दिलचस्पी जाहिर की। भारत और म्यामां के बीच बंगलादेश के बीच गैस पाइपलाइन संपर्क के बारे में भी चर्चा फिर से शुरू करने के मसले पर बातचीत हुई। आनंद शर्मा ने कहा कि भारत म्यामां को उसकी ढांचागत परियोजनाओं में मदद जारी रखने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि म्यामां के राष्ट्रपति की अक्तूबर 2011 की राजकीय यात्रा और हमारे प्रधानमंत्री की मई 2012 की यात्रा के दौरान लिए गए फैसलों के कार्यान्वयन की दिशा में हुई प्रगति से हम उत्साहित हैं।
दोनों मंत्रियों ने भारत और म्यामां के बीच हवाई, सड़क तथा जल संपर्क बेहतर बनाने के मसले पर भी चर्चा की। आनंद शर्मा ने कहा कि संयुक्त कार्य समूह सीमा पार रेल संपर्क की तकनीकी और वाणिज्यिक व्यवहार्यता तथा प्रत्यक्ष नौवहन की वाणिज्यिक व्यवहार्यता तय करने के लिए दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के एकमात्र लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं। वर्ष 2011 में दोनों देशों के बीच 1.708 बिलियन डॉलर का जबकि वर्ष 2012 में 1.872 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ। थाइलैंड, सिंगापुर और चीन के बाद भारत म्यामां का चौथा सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है।