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Monday 17 June 2013 09:05:20 AM
नई दिल्ली। रेल मंत्रालय का सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम इंडियन रेलवे केटरिंग और टूरिज़म कोरपोरेशन (आईआरसीटीसी) यात्रियों को और अधिक सहूलियत उपलब्ध कराने के लिए बिना इंटरनेट की सुविधा वाले मोबाइल फोनों से टिकट आरक्षित कराने की प्रायोगिक परियोजना एक जुलाई 2013 से शुरू कर रहा है। इससे जिन लोगों के मोबाइल फोन में इंटरनेट नहीं है, वे आसानी से एसएमएस, आईवीआरएस, यूएसएसडी के जरिए टिकट बुक करा सकेंगे। इस सुविधा से कागज़ की भी बचत होगी तथा यह पर्यावरण के अनुकूल भी रहेगा।
रेल मंत्रालय का कहना है कि भारतीय रेलवे का निरंतर प्रयास रहा है कि टिकट आरक्षण को आसान और सुलभ बनाया जाए। भारतीय रेलेव की ई-टिकटिंग की पहल यात्रियों की सुविधा के लिए उठाए गए बेहतरीन प्रयासों में से एक रही है। टिकट आरक्षण को और सुलभ कराने के लिए रेल मंत्रालय ने रेल बजट में मोबाइल फोनों के ज़रिए टिकट बुक कराने के संदर्भ में घोषणा की थी। इसका उद्देश्य आम आदमी को कहीं भी किसी भी समय और बिना किसी परेशानी के टिकट बुक कराने की सुविधा उपलब्ध कराना है। एक जुलाई 2013 से चालू हो रही इस नई योजना के मुख्य अंश इस प्रकार हैं-
इसके लिए एक अलग नंबर होगा, जिस पर एसएमएस भेजा जा सकता है। आरक्षण, भुगतान, रद्द कराने जैसे किसी भी चरण में इंटरनेट की कोई ज़रूरत नहीं होगी। व्यक्ति को भुगतान हेतु अपना मोबाइल नंबर आरसीटीसी के साथ-साथ अपने बैंक में भी पंजीकृत कराना होगा, जहां एक पासवर्ड भी उपलब्ध होगा। यात्री को मोबाइल के एसएमएस बॉक्स में ट्रेन नंबर, गंतव्य स्थान, यात्रा की तिथि, श्रेणी तथा नाम, आयु और लिंग संबंधी विवरण टाइप करने होंगे। उसके बाद उस व्यक्ति को ट्रांजेक्शन आईडी मिलेगी और उसके बाद उसे एक और एसएमएस भेजकर भुगतान करना होगा। एसएमएस में PAY लिखकर उसके साथ ट्रांजेक्शन आईडी, बैंक से प्राप्त एमएमआईडी और पासवर्ड टाइप करके भेजना होगा। टिकट बुक होने पर आइआरसीटीसी की तरफ से एक मैसेज भेजा जाएगा, जो कि यात्रा के दौरान मूल फोटो पहचान पत्र के साथ मान्य होगा। टिकटों को रद्द भी इसी तरह से इसके लिए उपलब्ध विकल्प के जरिए किया जा सकता है। यह योजना प्रायोगिक आधार पर होगी और एआरपी, तत्काल, सामान्य टिकटों की बुकिंग के लिए सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक उपलब्ध नहीं होगी।