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Monday 01 July 2013 10:18:25 AM
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल सबसे नये विमान सी-17 ग्लोब मास्टर-III ने 30 जून 2013 को अंडमान और निकोबार द्वीपों के लिए अपनी पहली उड़ान भरी। यह विमान 18 जून 2013 को पहली बार भारत पहुंचा था। करीब 28,000 फीट की ऊंचाई और 24,00 नॉटिकल माइल के ईंधन रहित क्षेत्र में उड़ान भरकर यह विमान पोर्ट ब्लेयर में उतरा, ताकि इसे अंडमान और निकोबार द्वीपों के रोटेशनल इनफैंट्री बटालियन में शामिल किया जा सके ।
अमरीका की बोइंग कंपनी द्वारा अमरीकी वायुसेना के लिए विकसित, सी-17 ग्लोब मास्टर-III भारी सामान ले जाने में सक्षम सैन्य परिवहन विमान है। अमरीका के बाद भारत इस अत्याधुनिक विमान का सबसे बड़ा खरीदार बन गया है। सी-17 ग्लोब मास्टर-III 174 फीट लंबा है और इसके डैने 170 फीट में फैले हैं। इसका कुल वज़न 2,65,350 किलोग्राम का है और यह अत्याधुनिक माल लदान की क्षमता से युक्त है।