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Thursday 28 March 2024 12:47:30 PM
जमशेदपुर (झारखंड)। जमशेदपुर औद्योगिक शहर के चारों ओर दस एकड़ में हरित आवरण प्रदूषण को कम करने केलिए Grow-Trees.com की 'ट्रीज़ फॉर सिटी' परियोजना ने जमशेदपुर को कुल 12000 पेड़ भेंट किए हैं। आईक्यू एयर की 13 मार्च 2024 तक वायु गुणवत्ता निगरानी से पता चलता हैकि भारत के औद्योगिक शहर जमशेदपुर में PM2.5 सांद्रता वर्तमान में WHO की वार्षिक वायु गुणवत्ता दिशानिर्देश मूल्य से 12.8 गुना अधिक है, जबकि पर्यावरणविद् औद्योगिक परिसरों में सतत परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों के साथ-साथ ऑनलाइन सतत उत्सर्जन प्रवाह निगरानी प्रणाली के कार्यांवयन की वकालत करते हैं। दरअसल वायु गुणवत्ता में सुधार केलिए वैकल्पिक दृष्टिकोण तलाशना जरूरी है। औद्योगिक प्रदूषण का मुकाबला करने केलिए सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक वृक्षारोपण है, क्योंकि पेड़ कार्बन उत्सर्जन को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
ट्रीज़ फ़ॉर सिटी जैसी वृक्षारोपण परियोजनाएं विशेष रूपसे औद्योगिक शहरों में अधिक प्रासंगिकता प्राप्त कर रही हैं। सामाजिक उद्यम ग्रो-ट्रीज़.कॉम की इस परियोजना को जमशेदपुर के शहरी परिदृश्य के पास पेड़ लगाने केलिए लागू किया गया था, जिससे लगभग 10 एकड़ भूमि में हरित आवरण बढ़ गया। इस पहल के तहत कुल 12000 पेड़ लगाए गए, प्रत्येक पेड़ परिपक्व होने पर प्रतिवर्ष लगभग 20 किलोग्राम CO2 अवशोषित करेगा। पर्यावरणविद् और ग्रो-ट्रीज़.कॉम के सह संस्थापक प्रदीप शाह कहते हैंकि शहरीकरण और व्यापक वनों की कटाई के कारण शहरों में हरियाली का काफी नुकसान हुआ है, जिससे मौसम के पैटर्न पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जैसे-जैसे वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है और भूमि क्षरण तेज हो रहा है औद्योगिक शहरों में पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण केलिए पुनर्वनीकरण अपरिहार्य हो गया है।
ट्रीज़ फ़ॉर सिटी परियोजना के तहत 5519 पेड़ों को व्यक्तियों या कॉर्पोरेट प्रायोजकों ने समर्थित किया है और वृक्षारोपण पहल के विस्तार केलिए और अधिक समर्थन की प्रतीक्षा है। ग्रो-ट्रीज़.कॉम व्यक्तियों और कंपनियों को अपनी वेबसाइट पर कुछही क्लिक केसाथ वनीकरण परियोजनाओं में भाग लेने की अनुमति देता है। संगठन केवल 150 प्रति पेड़ रुपये में ई ट्री सर्टिफिकेट केसाथ प्रियजनों को एक वैयक्तिकृत पेड़ उपहार में देने की हरित प्रथा को भी प्रोत्साहित करता है। जमशेदपुर में वृक्षारोपण परियोजना के संबंध में रोपित की गई प्रजातियों में शीशम (डालबर्गिया सिस्सू), नीम (अजाडिराक्टा इंडिका), करंज (मिलेटिया पिन्नाटा), पीपल (फिकस रिलिजियोसा) और बबूल (बबूल ऑरिकुलिफोर्मिस) शामिल हैं। परिपक्व होने पर ये पेड़ देशी वन्यजीव प्रजातियों केलिए आवास में भी वृद्धि करेंगे। इसके अलावा परियोजना ने वृक्षारोपण प्रक्रिया और गड्ढे खोदने के माध्यम से श्रम के अवसर प्रदान करके स्थानीय समुदायों की सहायता की है और लगाए गए पौधों के पोषण केलिए उन्हें प्रोत्साहित करके नौकरी के अवसर प्रदान करना जारी रखा जाएगा।