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Thursday 4 July 2013 10:56:01 AM
नई दिल्ली / धनबाद। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री सीसराम ओला ने आज खानों में सुरक्षा पर 11वें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। ये सम्मेलन दो दिन तक चलेगा। इसका आयोजन धनबाद के खान सुरक्षा महानिदेशक ने किया है। इस अवसर पर अपने श्रम मंत्री ने कहा कि खनन एक जोखिम से भरा कार्य है जिसमें खानों में काम करने वाले लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वाधिक महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में खान कर्मियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अनेक नियम, कानून और मानक बनाए गए हैं। दुनिया में खनन क्षेत्र में तेजी से बदल रहे परिदृश्य को देखते हुए खासतौर पर भारत में खानों के संबंध में सुरक्षा चिंताओं पर खास ध्यान दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी खानों में आग, धूल और शोर जैसी समस्याओं को पूरी तरह से नियंत्रित किया जाना बाकी है।
श्रम मंत्री ने कहा कि इन जोखिमों से नई चुनौतियां सामने आई हैं। खान क्षेत्रों में कर्मियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ खनन तकनीकों को सुधारे जाने की आवश्यकता है। इसके अलावा खानों में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कार्यस्थलों की व्यापक निगरानी और नई रणनीतियां बनाए जाने की भी जरूरत है। विभिन्न खानों में कार्य कर रहे खनन मजदूरों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण मानकों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पूरा करने के लिए श्रम और रोजगार मंत्रालय इस दिशा में पूरी लगन के साथ काम कर रहा है। सीसराम ओला ने ‘सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी’ नामक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया। इसके तहत पहले चरण में हिंदी और अंग्रेजी में एक कार्ड जारी किया गया है, जिसे कार्य के दौरान प्रत्येक खान कर्मी को अपने साथ रखना होगा। इस कार्ड में खान में काम शुरू करने से पूर्व खनन कर्मी को स्मरण कराने के लिए दस मुख्य प्रश्न लिखे गए हैं, यदि इन प्रश्नों का उत्तर नहीं है, तो कर्मी इस मुद्दे को कार्यस्थल पर सही उपायों की पहल करने के लिए अपने वरिष्ठ निरीक्षकों के सामने रख सकते हैं।
इस अवसर पर श्रम और रोजगार राज्यमंत्री कोडी कुन्नेल सुरेश ने कहा कि इसे उत्पादकता के साथ जोड़ा जाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और उत्पादकता का चोली-दामन का साथ है। उम्मीद है कि इस दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान होने वाले विचार-विमर्शों और सिफारिशों के आधार पर देश के खान कर्मियों की सुरक्षा, कल्याण और स्वास्थ्य में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकेंगे।