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Friday 5 July 2013 09:33:16 AM
बीजिंग। भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने अपने चीनी समकक्ष जनरल चैंग वानकुवान से शुक्रवार को बीजिंग में शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता की। एके एंटनी ने बाद में चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से भी मुलाकात की। एके एंटनी चीन की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। बैठकों के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों, दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों और सशस्त्र सेनाओं के बीच वार्ता एवं आदान-प्रदारन तथा क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा स्थिति संबंधी कई विषयों पर चर्चा की।
चीन के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने भारत के साथ मैत्रीपूर्ण तथा सहयोगी संबंधों के महत्व को रेखांकित किया। एंटनी ने कहा कि भारत भी चीन के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है और पारस्परिक विश्वास एवं भरोसे को बहुत महत्व देता है। दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति, सौहार्द और स्थिरता की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने यह स्वीकार किया कि सीमा संबंधी मुद्दा ऐतिहासिक है और दोनों पक्ष उसे शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहते हैं। इस बात पर भी सहमति व्यक्त की गई कि दोनों देश सीमाओं पर शांति और सौहार्द बनाने के लिए मिलकर प्रयास करेंगे तथा सीमा रक्षक बलों के बीच विभिन्न स्तरों पर संपर्क और समन्वय को मजबूत किया जाएगा।
व्यवहारिक सहयोग पर भी चर्चा की गयी, जिसके तहत अक्टूबर 2013 में चीन के साथ तीसरा संयुक्त सैन्य अभ्यास किया जाना है। दोनों पक्षों ने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की कि दोनों देशों की जल सेनाएं और वायु सेनाएं एक दूसरे के साथ व्यवसायिक आदान-प्रदान को बढ़ाएंगी। शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता में एंटनी के साथ चीन में भारत के राजदूत डॉ एस जयशंकर, रक्षा सचिव आरके माथुर, पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह, दक्षिणी जल सेना कमान के कमांडर वायस एडमिरल सतीश सोनी तथा रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र सेनाओं के अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इसके पूर्व बाई जन मुक्ति सेना के मुख्यालय पर एंटनी को चीन की तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। शनिवार को एंटनी बीजिंग में और बैठकें करेंगे तथा वे नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी और तियानजिन में वायु सेना इकाई का दौरा करेंगे।