स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 8 July 2013 09:02:34 AM
बगदाद। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री डॉ एम विरप्पा मोइली के नेतृत्व में एक 28 सदस्यीय शिष्टमंडल 7-8 जुलाई 2013 को 17वें भारत-इराक संयुक्त आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए बगदाद पहुंचा। अपने आगमन पर मोइली ने इराक के प्रधानमंत्री नूरी अल-मालिकी से मुलाकात की और उन्हें नई दिल्ली आने के लिए भारत के प्रधानमंत्री के निमंत्रण के बारे में जानकारी दी। इराक के प्रधानमंत्री ने कहा कि वह सितम्बर 2013 में नई दिल्ली की यात्रा पर विचार कर रहे हैं। मोइली ने इराक के साथ बेहतर द्विपद्क्षीय संबंधों को उजागर करते हुए कहा कि इराक, भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है। मोइली ने आर्थिक सहयोग बढ़ाकर दोनों देशों के बीच इस संबंध को और मजबूत करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इराक में शुरू होने वाले विभिन्न परियोजनाओं विशेषकर रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल्स फर्टिलाइजर जैसे क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों को विशेष अनुभव है। भारत की गैस आधारित परियोजनाओं के साथ-साथ इराक से एलएनजी के आयात के अलावा कृषि, अवसंरचना प्रौद्योगिकी एवं फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में ज्ञान और अनुभव साझा करने पर भी रूचि है। इराक के प्रधानमंत्री ने कहा कि इराक के तेल एवं गैस से जुड़े विशेषकर पेट्रोकेमिकल्स, रिफाइनरी एवं फर्टिलाइजर जैसे क्षेत्रों में विशेष रूचि है और इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर दोनों देशों को जल्द कार्य शुरू करना चाहिए। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद श्री मोइली की इराक के उप-प्रधानमंत्री डॉ सलेह अल-मुलताक से भी बातचीत हुई। उप-प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान शिष्टमंडल के सदस्यों ने तेल एवं गैस क्षेत्र के साथ-साथ इस्पात, रेल जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। भारत ने भी इराक के लोगों को भारत के प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करने का न्यौता दिया।