स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 3 January 2025 06:45:48 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्लीवासियों को विकास परियोजनाओं की सौगात देकर दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरूआत कर दी है। नरेंद्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं और विश्वास व्यक्त कियाकि वर्ष 2025 भारत के विकास केलिए अपार अवसरों का वर्ष होगा, जो देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर करेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज भारत राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता के वैश्विक प्रतीक के रूप में खड़ा है, आनेवाले वर्ष में देश की छवि और मजबूत होगी। नरेंद्र मोदी ने 2025 केलिए सरकार के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहाकि यह भारत केलिए दुनिया का सबसे बड़ा विनिर्माण केंद्र बनने, युवाओं को स्टार्टअप और उद्यमिता केलिए सशक्त बनाने, नए कृषि रिकॉर्ड स्थापित करने, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने और जीवन की सुगमता पर ध्यान केंद्रित कर प्रत्येक नागरिक के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने का वर्ष है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्लीवासियों को बधाई देते हुए कहाकि आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है, उनमें गरीबों केलिए घर और स्कूल-कॉलेज से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने उन लोगों और खासतौर पर महिलाओं को बधाई दीकि वे एक तरह से नए जीवन की शुरुआत कर रही हैं। उन्होंने कहाकि झुग्गियों की जगह पक्के घर और किराए के घरों की जगह खुद के घर वास्तव में एक नई शुरुआत का प्रतीक हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि लोगों को आवंटित घर आत्मसम्मान, स्वाभिमान और नई आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक हैं। उन्होंने आपातकाल के काले दिनों को याद करते हुए कहाकि वे और उनके जैसे कई अन्य पार्टी कार्यकर्ता जो आपातकाल के खिलाफ भूमिगत आंदोलन का हिस्सा थे, अशोक विहार में ही रुके थे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज पूरा देश विकसित भारत के निर्माण में लगा हुआ है, हम इस संकल्प केसाथ काम कर रहे हैंकि विकसित भारत में देश के हर नागरिक के पास पक्का घर हो, इस संकल्प को पूरा करने में दिल्ली की बहुत बड़ी भूमिका है, इसलिए केंद्र सरकार ने झुग्गियों को पक्के घरों से बदलने की योजना शुरू की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि दो साल पहले उन्हें झुग्गीवासियों केलिए कालकाजी एक्सटेंशन में 3000 से अधिक घरों का उद्घाटन करने का अवसर मिला था। उन्होंने कहाकि जिन परिवारों की कई पीढ़ियां बिना किसी उम्मीद के झुग्गियों में रहती थीं, वे पहली बार पक्के घरों में चले गए हैं। उन्होंने कहाकि यह तो बस शुरुआत है और आज लोगों को लगभग 1500 घरों की चाबियां दी गईं, यह कदम स्वाभिमान अपार्टमेंट लोगों के आत्मसम्मान को और बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्होंने लाभार्थियों से बातचीत में महसूस कियाकि उनमें एक नया उत्साह और ऊर्जा है। उन्होंने कहाकि घर का मालिक कोई भी हो, लेकिन वे सभी उनके परिवार का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री ने सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहाकि 10 वर्ष में उनकी सरकार ने 4 करोड़ से अधिक लोगों के पक्के घर के सपने को पूरा किया है। उन्होंने लोगों से यह संदेश फैलाने को कहाकि वर्तमान में आवासरहित सभी लोगों को निश्चित रूपसे सभी बुनियादी सुविधाओं केसाथ घर मिलेगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि ऐसे कदम एक ग़रीब व्यक्ति के आत्मसम्मान को बढ़ाएंगे और उनमें आत्मविश्वास पैदा करेंगे, जो विकसित भारत की असली ऊर्जा है। उन्होंने दिल्ली में लगभग 3000 नए घरों के निर्माण की भी घोषणा करते हुए कहाकि आनेवाले वर्ष में शहर के निवासियों केलिए हजारों नए घर उपलब्ध कराए जाएंगे।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी रहते हैं और जिन घरों में वे रहते थे, वे काफी पुराने थे, नए आधुनिक आवासों के निर्माण से उन्हें बेहतर जीवनस्तर मिलेगा, जो उनकी भलाई केलिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। शहर में बढ़ती आबादी और शहरीकरण के मद्देनज़र प्रधानमंत्री ने घोषणा कीकि केंद्र सरकार नरेला उपशहर के निर्माण में तेजी लाकर दिल्ली के बुनियादी ढांचे के विकास को और तेज कर रही है। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के निर्माण में शहरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर कहाकि ये शहरी केंद्र ऐसे हैं, जहां देशभर से लोग अपने सपनों को साकार करने केलिए आते हैं। उन्होंने नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण आवास और शिक्षा प्रदान करने केलिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे शहर विकसित भारत की नींव हैं, लोग बड़े सपने लेकर यहां आते हैं और उन सपनों को साकार करने केलिए कड़ी मेहनत करते हैं, केंद्र सरकार हमारे शहरों में रहने वाले हर परिवार को गुणवत्तापूर्ण जीवन प्रदान करने केलिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के सफल कार्यांवयन का उल्लेख किया, जिसके तहत बीते एक दशक में देशभर में 1 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण किया गया है, इस योजना केतहत दिल्ली में 30000 से अधिक नए घर बनाए गए हैं, हम अब इस प्रयास का विस्तार कर रहे हैं और अगले चरण में देशभर में शहरी गरीब परिवारों केलिए एक करोड़ और घर बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यम वर्गीय परिवारों को दी जानेवाली वित्तीय सहायता पर भी प्रकाश डाला, जिसमें सालाना 9 लाख रुपये से कम आय वालों केलिए होम लोन ब्याज दरों पर बड़ी सब्सिडी शामिल है। उन्होंने कहाकि हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही हैकि हर परिवार चाहे वह गरीब हो या मध्यम वर्ग को एक अच्छा घर खरीदने का अवसर मिले। प्रधानमंत्री ने शिक्षा के मोर्चे पर सभी बच्चों खासकर वंचित पृष्ठभूमि के बच्चों केलिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अवसरों तक पहुंच में सुधार लाने पर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहाकि हर परिवार का सपना होता हैकि उनके बच्चों को सबसे अच्छी शिक्षा मिले और केंद्र सरकार देशभर में शीर्षस्तर के स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय उपलब्ध कराने का काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की भी प्रशंसा की, जो हाशिए पर रह रहे समुदायों सहित सभी पृष्ठभूमि के बच्चों को सफल होने का अवसर सुनिश्चित करने केलिए मातृभाषा में शिक्षण पर जोर देती है। उन्होंने कहाकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत गरीब परिवारों के बच्चों केपास अब डॉक्टर, इंजीनियर और पेशेवर बनने का एक स्पष्ट रास्ता है। नरेंद्र मोदी ने भारत की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की महत्वपूर्ण भूमिका को भी स्वीकार किया। उन्होंने आधुनिक शैक्षिक विधियों के विस्तार केलिए एक नए सीबीएसई भवन के निर्माण की घोषणा की, जो आधुनिक शिक्षा और उन्नत परीक्षा विधियों को अपनाने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि उच्च शिक्षा क्षेत्रमें दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने कहाकि हमारा प्रयास हैकि दिल्ली के युवाओं को यहीं उच्चशिक्षा के अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएं, आज नए परिसरों का शिलान्यास किया गया है, जिससे हर साल सैकड़ों छात्र डीयू में पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने कहाकि लंबे समय से प्रतीक्षित पूर्वी और पश्चिमी परिसर अब सूरजमल विहार और द्वारका में विकसित किए जाएंगे, इसके साथही नजफगढ़ में वीर सावरकर के नाम पर एक नया कॉलेज भी बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि एक तरफ केंद्र सरकार दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने केलिए प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार के झूंठ सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहाकि दिल्ली सरकार ने शिक्षा केलिए आवंटित धन का गलत प्रबंधनकर काफी नुकसान पहुंचाया है, स्थिति यह हैकि समग्र शिक्षा अभियान केतहत आवंटित धन को राज्य सरकार ने बच्चों की शिक्षा पर खर्च ही नहीं किया, बल्कि पिछले 10 साल शराब के ठेके, स्कूली शिक्षा, गरीबों केलिए स्वास्थ्य सेवा, प्रदूषण नियंत्रण और भर्ती जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भ्रष्टाचार और घोटालों की भरमार रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम आदमी पार्टी और उसके नेता अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना कहाकि समाजसेवी अन्ना हजारे को आगे रखकर कुछ कट्टर भ्रष्ट लोगों ने दिल्ली को ‘आपदा’ जैसे संकट में धकेल दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि दिल्ली ने हमेशा सुशासन की कल्पना की है, लेकिन सत्तारूढ़ राज्य सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल है तथा उसने स्थिति को और खराब कर दिया है, नतीजतन दिल्ली के लोग इस संकट से लड़ने केलिए दृढ़ संकल्पित हैं, बदलाव लाने और शहर को इस भ्रष्टाचार से मुक्त करने की कसम खा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि केंद्र सरकार दिल्ली में सड़क, मेट्रो सिस्टम, अस्पताल और कॉलेज परिसर जैसी परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दे रही है, हालांकि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में विफल रही है, खासकर यमुना नदी की सफाई की दिशामें कोई प्रगति नहीं हुई है, यमुना नदी की उपेक्षा के कारण संकट पैदा हो गया है, जहां लोगों को गंदे पानी केसाथ रहना पड़ रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना हैकि अच्छी राष्ट्रीय योजनाओं का लाभ दिल्ली तक पहुंचे, केंद्र सरकार की योजनाओं ने ग़रीब और मध्यम वर्ग को वित्तीय लाभ और बचत दोनों प्रदान किए हैं। उन्होंने कहाकि सरकार बिजली के बिलों को शून्य कर रही है और परिवारों को बिजली उत्पादन के अवसर प्रदान कर रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि प्रधानमंत्री सौरघर मुफ्त बिजली योजना के जरिए परिवार बिजली उत्पादक बन रहे हैं, केंद्र सरकार सौर पैनल लगाने में मदद केलिए 78000 रुपये की पेशकश कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उल्लेख कियाकि केंद्र सरकार दिल्ली में लगभग 75 लाख जरूरतमंद लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है, एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना दिल्ली के लोगों केलिए बहुत मददगार रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि दिल्ली में करीब 500 जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जहां 80 प्रतिशत से अधिक छूट पर सस्ती दवाएं उपलब्ध हैं, जिससे लोगों को हर महीने हजारों रुपये की बचत हो रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि वह दिल्ली के लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ देना चाहते हैं, जिसके तहत मुफ्त इलाज की सुविधा है, लेकिन राज्य सरकार आयुष्मान योजना को दिल्ली में लागू नहीं होने दे रही है, जिसकी वजह से दिल्ली के लोग परेशान हैं, केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना का विस्तारकर 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को भी इसमें शामिल किया है, लेकिन राज्य सरकार के स्वार्थ, अहंकार और हठ के कारण दिल्ली के लोगों, खासकर बुजुर्गों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार दिल्लीवासियों की जरूरतों को पूरा करने केलिए पूरी संवेदनशीलता केसाथ काम कर रही है। उन्होंने दिल्ली में कॉलोनियों को नियमित करने के केंद्र सरकार के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला और कहाकि इससे लाखों लोगों को लाभ हुआ है। उन्होंने पानी और सीवरेज जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में विफल रहने केलिए राज्य सरकार की आलोचना की और दिल्ली के लोगों को इन मुद्दों के समाधान का आश्वासन दिया।
दिल्ली के बुनियादी विकास में जारी प्रगति, जिनमें-हरघर में पाइप के माध्यम से प्राकृतिक गैस पहुंचाना और नए राजमार्गों और एक्सप्रेसवे का निर्माण आदि का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि चूंकि इन परियोजनाओं में राज्य का कोई हस्तक्षेप नहीं है, इसलिए काम तेजीसे आगे बढ़ रहा है, यह विकासप्रक्रिया दिल्ली के निवासियों के जीवन को बेहतर बनाने केलिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने शिव मूर्ति से नेल्सन मंडेला मार्ग तक एक सुरंग के निर्माण और कई प्रमुख एक्सप्रेसवे को जोड़ने सहित हालही में प्रस्तावित यातायात संबंधी योजनाओं काभी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि इन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई है और इससे भविष्य में यातायात जाम जैसी समस्याओं में काफी कमी आएगी। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 केलिए अपने दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहाकि वर्ष 2025 दिल्ली में सुशासन का एक नया युग लेकर आएगा, यह 'राष्ट्र प्रथम, देशवासी प्रथम' की भावना को मजबूत करेगा और राष्ट्र निर्माण तथा जनकल्याण पर केंद्रित एक नई राजनीति की शुरुआत करेगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहरलाल खट्टर, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।