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Monday 27 January 2025 03:31:39 PM
प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज में चल रहे दिव्य और भव्य महाकुंभ में 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। इसबार गणतंत्र दिवस पर महाकुंभ मेला क्षेत्र और अखाड़ों में भारतीयता के रंग में रंगा एक अद्वितीय दृश्य देखने को मिला। साधु-संतों के अखाड़ों से लेकर कल्पवासियों के कैम्प और सरकारी विभागों के अस्थाई मेला आफिस तक ध्वजारोहण कार्यक्रम हुए। महाकुंभ में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम न केवल राष्ट्रीयता और एकता का प्रतीक था, बल्कि यह साबित करता हैकि महाकुंभ केवल धार्मिक आस्था का आयोजन नहीं, अपितु यह समाज के हरवर्ग को एकसाथ जोड़ने का एक अद्वितीय अवसर भी है।
महाकुंभ में गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण विभाग के शिविर में एक अनोखा नजारा देखने को मिला, यहां मिर्जापुर के वृद्धाश्रम से आईं 70 वर्षीय मुन्नी देवी ने ध्वजारोहण किया। यह दृश्य न केवल भावनात्मक था, बल्कि यह दर्शाता थाकि महाकुंभ न केवल आस्था, बल्कि समाज के सभी वर्गों की सहभागिता का महापर्व है। मुन्नी देवी जैसे वरिष्ठजनों की उपस्थिति ने इस दिन को और भी खास बना दिया। महाकुंभ मेला क्षेत्रमें बनाए गए विशेष शिविर और वृद्धाश्रम में ध्वजारोहण कार्यक्रम हुए। ये शिविर वरिष्ठ नागरिकों केलिए एक आश्रय स्थल के रूपमें कार्य कर रहे हैं, ताकि वे महाकुंभ में आकर बिना किसी परेशानी के संगम में पवित्र स्नान कर सकें। महाकुंभ नगर के विभिन्न अखाड़ों, सरकारी कार्यलयों और समाजसेवी संस्थानों के कैम्प में राष्ट्रभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए और योगाभ्यास का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
उत्तर प्रदेश सरकार की एक विशेष पहल वरिष्ठ नागरिकों केलिए महाकुंभ मेला क्षेत्रमें 100 बेड की क्षमता वाला एक आश्रम है, इसमें वृद्धजनों केलिए संगम में पवित्र स्नान और उन्हें महाकुंभ में कोई कठिनाई न हो, इसका ध्यान रखा गया है। अबतक मिर्जापुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, भदोही, कौशांबी, हरदोई, सीतापुर और लखनऊ से करीब 450 वरिष्ठजन महाकुंभ संगम में डुबकी लगा चुके हैं। इस पहल के माध्यम से यह भी प्रदर्शित किया गया हैकि कैसे एक समर्पित समाज अपने बुजुर्गों की गरिमा और उनके अधिकारों का सम्मान करता है। आस्था और भक्ति के इस अद्वितीय महापर्व में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम में डुबकी लगाने पहुंची, जहां संगम तट पर राष्ट्रप्रेम और एकता का संदेश गूंज रहा था। महाकुंभ मेला क्षेत्रमें राष्ट्रीय ध्वज की शान में तिरंगा फहराया गया और विभिन्न स्थानों पर ध्वजारोहण से महाकुंभ नगर एक नई और सकारात्मक ऊर्जा से भर गया।