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Tuesday 18 February 2025 12:50:53 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परीक्षार्थियों केसाथ 'परीक्षा पे चर्चा' पहल विभिन्न क्षेत्रों के बोर्ड परीक्षार्थियों और प्रतियोगी प्रतिभागियों केलिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। ये चर्चाएं प्रतिभागियों को सकारात्मक मानसिकता केसाथ शिक्षा और जीवन से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने केलिए आत्मविश्वास और लचीलापन प्रदान करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परीक्षार्थियों केसाथ परीक्षा पे चर्चा-2025 सत्र को जारी रखते हुए प्रसारित सातवें एपिसोड में प्रतिष्ठित खिलाड़ी एमसी मैरी कॉम, अवनि लेखरा और सुहास यतिराज भी इसका हिस्सा बने। उन्होंने अनुशासन के माध्यम से लक्ष्य निर्धारण, लचीलापन और तनाव प्रबंधन के बारेमें बात की। उन्होंने अपने जीवन से जुड़े किस्से भी साझा किए और बतायाकि उन्होंने अपने जीवन में खेलों से क्या सीखा है। मैरी कॉम ने बतायाकि कैसे उन्होंने पहले से चली आरही इस धारणा को चुनौती दीकि मुक्केबाजी महिलाओं का खेल नहीं है, उन्होंने न केवल अपने लिए, बल्कि देश की महिलाओं केलिए सामाजिक धारणाओं को चुनौती दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाहकि ‘खुदको आगे बढ़ाने की कोशिश करें’ का हवाला देते हुए उन्होंने एक बेटी, पत्नी और मां के रूपमें अपने 20 साल के सफ़र के बारेमें बताया। उन्होंने कड़ी मेहनत के महत्व पर बल देते हुए कहाकि समर्पण और दृढ़ता ही सफलता के चालक हैं। सुहास यतिराज ने छात्रों को डर जैसी नकारात्मक भावनाओं पर नियंत्रण पाने केलिए मन की शक्ति का उपयोग करने केलिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने डर को सफलता केलिए एक बड़ी बाधा के रूपमें पहचाना और कहाकि डर पर काबू पाना स्वाभाविक रूपसे प्रदर्शन करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने का एकमात्र तरीका है। सूर्य की तरह चमकने केलिए सूर्य की तरह जलने केलिए तैयार रहना चाहिए का हवाला देते हुए उन्होंने छात्रों से चुनौतियों को दृढ़ता और दृढ़ संकल्प केसाथ स्वीकार करने का आग्रह किया। उन्होंने छात्रों को सकारात्मक ऊर्जा केलिए संगीत थैरिपी से भी परिचित कराया और विचारशील सोच के महत्व पर प्रकाश डाला, क्योंकि विचार ही किसीके भाग्य को आकार देते हैं। अवनी लेखरा ने कौशल विकास के महत्व को रेखांकित किया और यह समझायाकि कैसे सही कौशल हासिल करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और डर कम होता है।
खेलों से समानताएं बताते हुए उन्होंने पढ़ाई में आराम और रिकवरी के महत्व पर ज़ोर दिया और बढ़िया प्रदर्शन केलिए परीक्षाओं से पहले पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी। उन्होंने आत्मविश्वास बढ़ाने केलिए एक गतिविधि के माध्यम से छात्रों का मार्गदर्शन भी किया। परीक्षा पे चर्चा सत्र के दौरान छात्रों ने माता-पिता को करियर विकल्पों के बारेमें समझाने, चुनौतियों का सामना करने का साहस विकसित करने और ध्यान केंद्रित रखने जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे। दुबई और कतर के जिज्ञासु विद्यार्थियों ने भी इस सत्र में भाग लिया और प्रश्न पूछे। मैरी कॉम, अवनि लेखरा और सुहास यतिराज ने एकमत होकर इसबात पर बल दियाकि कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है और शॉर्टकट से कुछभी हासिल नहीं किया जा सकता। परीक्षा पे चर्चा सत्रों में विभिन्न क्षेत्रोंकी प्रतिष्ठित हस्तियां, जिनमें खेलजगत के दिग्गज, तकनीकी विशेषज्ञ, प्रतियोगी परीक्षाओं के टॉपर, मनोरंजन उद्योग के पेशेवर और आध्यात्मिक नेता शामिल हैं, छात्रों को पाठ्यपुस्तकों से परे अंतर्दृष्टि से समृद्ध कर रहे हैं।
परीक्षा पे चर्चा एपिसोड के प्रत्येक सत्र में अकादमिक और व्यक्तिगत रूपसे उत्कृष्टता प्राप्त करने केलिए आवश्यक उपकरण और रणनीतियां साझा की जा रही हैं। कार्यक्रम केबाद छात्रों ने सत्र से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया। नए और इंटरैक्टिव प्रारूप में परीक्षा पे चर्चा के आठवें संस्करण को देश में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से व्यापक सराहना मिल रही है। पारंपरिक टाउन हॉल प्रारूप से हटकर इसवर्ष के संस्करण की शुरुआत 10 फरवरी 2025 को नई दिल्ली के सुंदर नर्सरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और परीक्षार्थियों के आकर्षक सत्र केसाथ हुई थी। प्रधानमंत्री ने पोषण और स्वास्थ्य, दबाव पर नियंत्रण पाना, खुदको चुनौती देना, नेतृत्व की कला, किताबों से परे विकास, सकारात्मकता की खोज जैसे व्यावहारिक विषयों पर चर्चा शामिल थी। प्रधानमंत्री के बहुमूल्य मार्गदर्शन ने छात्रों को आत्मविश्वास केसाथ शैक्षणिक चुनौतियों से निपटने केलिए व्यावहारिक रणनीतियां प्रदान कीं, साथही विकास की मानसिकता और समग्र शिक्षा को बढ़ावा दिया।