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Tuesday 21 January 2025 04:19:17 PM
प्रयागराज। महाकुंभ प्रयागराज में देशभर के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों केलिए इंटर्नशिप कार्यक्रम अयोजित किया गया है, जिसमें बढ़चढ़कर भाग लेकर विद्यार्थी महाकुंभ की समरसता, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यावरणीय महत्व को समझ रहे हैं। सोमवार से महाकुंभनगर में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया हैकि उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से महाकुंभनगरी में स्थापित इंटर्नशिप केंद्रों पर विद्यार्थी प्रबंधन के कौशल सीखने केसाथ भारतीय संस्कृति और परंपराओं को भी करीब से समझ रहे हैं। इंटर्नशिप में देश के अलग-अलग संस्थानों के छात्र-छात्राएं शामिल हैं, जो अपने अनुभवों और ज्ञान को साझा कर रहे हैं। विद्यार्थियों को महाकुंभ के सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहलुओं का गहन अध्ययन करने का अवसर मिल रहा है।
भारत में महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, यह समर्पण, श्रद्धा और एकता का प्रतीक है। इंटर्नशिप के दौरान छात्र-छात्राएं महाकुंभ आयोजन की समग्र व्यवस्था, पर्यावरणीय संरक्षण, भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा प्रबंधन और सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं का अवलोकन कर रहे हैं। प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को न केवल प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जानने का अवसर मिल रहा है, बल्कि उनका पर्यावरणीय चुनौतियों और उनके समाधानों पर भी ध्यान केंद्रित कराया जा रहा है। विद्यार्थी महाकुंभ क्षेत्रमें गंगा और उसकी सहायक नदियों की निर्मलता बनाए रखने के प्रयासों को नजदीक से देख रहे हैं। छात्र-छात्राओं को सिखाया जा रहा हैकि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के दौरान पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने केलिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और हरित उपायों के महत्व को समझाने केलिए विशेष कार्यशालाएं भी कराई जा रहा हैं।
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में विद्यार्थियों को प्रबंधन के व्यावहारिक गुर सिखाए जा रहे हैं। इसमें भीड़ प्रबंधन, आपातकालीन स्थितियों से निपटने की रणनीतियां, तकनीकी सहायता का उपयोग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समुचित आयोजन प्रमुख है। विद्यार्थियों को विभिन्न विभागों और प्रशासनिक इकाइयों केसाथ मिलकर कार्य करने का अनुभव हो रहा है। महाकुंभ में विद्यार्थी विभिन्न राज्यों और भाषाओं से हैं, जो राष्ट्रीय एकता और समरसता का संदेश देता है। दिल्ली विश्वविद्यालय की कीर्तिका महावर ने इस अवसर पर कहाकि यह न केवल उनके शैक्षणिक विकास केलिए, बल्कि व्यक्तिगत रूपसे भी एक अद्वितीय अनुभव है, उन्हें यहां प्राचीन भारतीय संस्कृति को समझने और उसका हिस्सा बनने का अवसर मिला है। महाकुंभ आयोजन समिति के एक अधिकारी ने कहाकि यह इंटर्नशिप कार्यक्रम न केवल युवाओं को महाकुंभ के महत्व को समझने का अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़ रहा है। उनका कहना थाकि उनका उद्देश्य हैकि ये युवा महाकुंभ की भव्यता और समरसता को आत्मसात करें और इसे अन्य लोगों तक पहुंचाएं।
महाकुंभ इंटर्नशिप कार्यक्रम में विद्यार्थी विभिन्न शोध परियोजनाओं परभी काम करेंगे। महाकुंभ के सांस्कृतिक और पर्यावरणीय प्रभावों का दस्तावेजीकरण करने केलिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा, साथही उनके अनुभवों और सुझावों का उपयोग भविष्य में ऐसे आयोजनों की योजना बनाने में किया जाएगा। महाकुंभनगरी में इस समय विद्यार्थियों का उत्साह और जोश का माहौल है। इंटर्नशिप करने वाले एक छात्र ने कहाकि यह उसके लिए एक दुर्लभ अवसर है, उसने किताबों में महाकुंभ के बारेमें पढ़ा था, लेकिन इसे प्रत्यक्ष रूपसे अनुभव करना अविस्मरणीय है, यहां वह प्रबंधन से लेकर सांस्कृतिक अध्ययन तक बहुतकुछ सीख रहा है। महाकुंभनगर में यह इंटर्नशिप कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल भारतीय संस्कृति और पर्यावरणीय स्थिरता के महत्व को समझने का अवसर दे रहा है, बल्कि उनके शैक्षणिक और पेशेवर कौशल को भी बढ़ावा दे रहा है। इस तरह के प्रयास भविष्य में युवाओं को जागरुक और सशक्त बनाने में भी सहायक सिद्ध होंगे।