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Wednesday 12 February 2025 05:29:22 PM
नई दिल्ली। लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने द्वीपीय देश मालदीव केसाथ भारत के घनिष्ठ संबंधों को दोहराते हुए मालदीव को न केवल एक मित्रवत पड़ोसी, बल्कि भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘सागर’ दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बताया है। ओम बिरला मालदीव की पीपुल्स मजलिस के स्पीकर अब्दुल रहीम अब्दुल्ला और उनके संसदीय शिष्टमंडल केसाथ संसद भवन में द्विपक्षीय वार्ता कर रहे थे। लोकसभाध्यक्ष ने इस दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) केसाथ विधायी दक्षता बढ़ाने हेतु डिजिटल बदलाव के मामले में भारतीय संसद की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने मालदीव के संसदीय शिष्टमंडल को बतायाकि भारत की संसद 15 क्षेत्रीय भाषाओं में एकसाथ अनुवाद सेवाएं प्रदान कर रही है और जल्दही इस सेवा को 22 भाषाओं में विस्तार किया जाएगा।
मालदीव मजलिस के अध्यक्ष ने भारत की संसद में डिजिटलीकरण और एआई के उपयोग की सराहना की एवं लोकसभाध्यक्ष से मालदीव मजलिस के संसदीय संसाधनों को भी डिजिटल बनाने और तकनीकी सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया। ओम बिरला ने स्पीकर अब्दुल रहीम अब्दुल्ला से इस संबंध में हरसंभव सहयोग का वादा किया। लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने दोनों देशों केबीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया और पिछले वर्ष मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा केबाद दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंधों में नए सिरे से आई प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने उम्मीद जताईकि मालदीव के संसदीय शिष्टमंडल के भारत दौरे से दोनों देशों केबीच द्विपक्षीय संबंध और भी ज्यादा सुदृढ़ होंगे। लोकसभाध्यक्ष ने संसदीय प्रक्रियाओं के बारेमें प्रशिक्षण प्रदान करने में पार्लियामेंट्री रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसीज (प्राइड) की भूमिका को रेखांकित किया और आशा व्यक्त कीकि मालदीव की संसद तथा सचिवालय को प्राइड की विशेषज्ञता से लाभ होगा। ओम बिरला ने मालदीव के संसदीय शिष्टमंडल को बतायाकि भारत संसदीय लोकतंत्र की आधारशिला और राष्ट्र की यात्रा में प्रेरणास्रोत अपने संविधान के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा है।
लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने भारत की संसदीय समितियों को ‘मिनी संसद’ के रूपमें वर्णित किया, जहां प्रमुख बजटीय एवं नीतिगत मामलों की गहराई से जांच की जाती है। उन्होंने कहाकि ये समितियां गैर पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्य करती हैं, जिससे विस्तृत विचार-विमर्श संभव हो पाता है। उन्होंने शिष्टमंडल को बतायाकि ये समितियां वर्तमान में संसद में पेश किए गए बजट की जांच कर रही हैं, ताकि मजबूत वित्तीय निगरानी सुनिश्चित की जा सके। इससे पूर्व मालदीव मजलिस के स्पीकर अब्दुल रहीम अब्दुल्ला और शिष्टमंडल ने लोकसभा की कार्यवाही देखी। अब्दुल रहीम अब्दुल्ला ने गर्मजोशीभरे स्वागत केलिए ओम बिरला को धन्यवाद दिया। उन्होंने संसद भवन में पुस्तकालय देखा और वहां की सुविधाओं की प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जताईकि मालदीव की संसद के पुस्तकालय में भी इसी तरहकी सुविधाएं जल्द उपलब्ध होंगी। भारत-मालदीव केबीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान सांसद एनके प्रेमचंद्रन, आशीष दुबे, फ्रांसिस जॉर्ज, आलोक कुमार सुमन, शफी पेराम्बिल और लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह भी उपस्थित थे।