स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 16 February 2025 05:33:08 PM
नई दिल्ली। वस्त्र मंत्रालय के हथकरघा विकास आयुक्त कार्यालय ने हथकरघा शिल्प कौशल को जानने केसाथ सुंदर व आधुनिक आकृतियों में हथकरघा की विरासत को सम्मानित करने केलिए ‘ब्रीदिंग थ्रेड्स’ नाम से एक फैशन शो आयोजित किया। यह फैशन शो वैशाली एस कॉउचर वैशाली एस थ्रेडस्टोरीज प्राइवेट लिमिटेड मुंबई के सहयोग से और हैंडलूम एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के समन्वय में भारत टेक्स-2025 के दौरान भारत मंडपम नई दिल्ली के एम्फीथिएटर में भव्य रूपसे हुआ। गौरतलब हैकि वैशाली एस कॉउचर 24 साल पुराना ब्रांड है, जो पुरानी और लुप्त होती हाथ से बुनाई की तकनीकों को पुनर्जीवित करने, उन्हें नया रूप देने, रचनात्मकता और उच्चस्तरीय गुणवत्ता केसाथ शीर्ष वैश्विक लक्जरी मंचों पर लाने केलिए समर्पित है।
भारतीय हथकरघा की खूबसूरती और ब्रांड का मिशन भी इसकी स्थिरता और शून्य अपशिष्ट रणनीति है, जो भारत के गांवों की जीवनशैली के अनुरूप है। फैशन शो के दौरान यह कहा गयाकि हाथ से बुने हुए वस्त्र देश की अप्रयुक्त संपदा हैं और उन्हें और अधिक आधुनिक व वैश्विक भाषा में प्रदर्शित करने की आवश्यकता है, जो विश्वभर में उन्हें सर्वाधिक प्रशंसित लक्जरी फैशन मंचों पर प्रदर्शित करने में सहायक होगी। फैशन शो में पांच राज्य-पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान गांवों की महेश्वरी, जामदानी, खुन, बनारसी, कोटा डोरिया, मुर्शिदाबाद जैसी प्रसिद्ध बुनाई को अनूठी बनावट और डोरी केसाथ रचनात्मक रूपसे धारणकर मॉडलों ने प्रस्तुत किया।
ब्रीदिंग थ्रेड्स फैशन शो इस बातका प्रमाण थाकि हाथ से बुने कपड़े बनाने केलिए कितनी कुशलता और कड़ी मेहनत केसाथ रचनात्मकता की भी आवश्यकता होती है, साथही यह भीकि कैसे एक शिल्प को विश्वस्तर के लक्जरी ब्रांडों में से एक बनाने केलिए कारगर पहलें की जानी चाहिएं। फैशन शो इन पहलुओं को प्रदर्शित करने में सफल रहा और इसमें भारतीय हथकरघा विरासत की शक्ति का वैश्विक रूपमें प्रदर्शन किया गया। इसे देखकर ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, रूस, श्रीलंका, बांग्लादेश, कुवैत, चिली जैसे देशों के खरीदार भी मंत्रमुग्ध हो गए, साथही भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के हथकरघा विकास आयुक्त के अटूट समर्थन से भारतीय वस्त्र उद्योग के हितधारकों ने भी इसका भरपूर आनंद उठाया।