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गुजरात हो या दिल्ली मोदीजी गेमचेंजर-शाह

'नरेंद्र मोदी कार्यकाल में 2047 में भारत पूर्ण विकसित होगा'

'इंडियन रेनेसां: द मोदी डिकेड' पुस्तक का लोकार्पण किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 31 January 2025 06:08:38 PM

launched the book 'indian renaissance: the modi decade'

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में डॉ ऐश्वर्या पंडित की ‘इंडियन रेनेसां: द मोदी डिकेड’ पुस्तक का लोकार्पण किया और कहाकि यह पुस्तक वैश्विक नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देशवासियों केसाथ साझा किएगए विश्वास के रिश्ते के बारेमें एक ज्ञानवर्धक विवरण है, जो आज हमें एक महान राष्ट्र के रूपमें उभरने की ओर अग्रसर कर रहा है। अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के बीते 10 साल एक युग का अंत और एक नए युग की शुरुआत करने वाले हैं। उन्होंने कहाकि जबभी भारत का इतिहास लिखा जाएगा, मोदीजी के 10 साल के शासन के बारेमें उनके कटु आलोचक भी स्वर्णिम अक्षरों से ही लिखेंगे। उन्होंने कहाकि 2014 में भारत ने एक नए युग में प्रवेश किया, जिसमें तीन दशक केबाद देश को एक स्थिर सरकार मिली और देशके हर हिस्से में हमें सफलता मिली। अमित शाह ने कहाकि इसके कई अलग-अलग मायने निकाले गए और जिक्र कियाकि एक विदेशी अख़बार ने लिखाकि आज़ादी तो भारत को 15 अगस्त 1947 को मिल गई थी, लेकिन अंग्रेजियत से आज़ादी 2014 में मोदीजी के नेतृत्व में मिली।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि भारत के अलावा दुनिया में कोई और देश नहीं है, जिसने अनेक सभ्यता को अपने अंदर समाहित करके और अपनी सभ्यताओं को मॉडिफाई करते हुए अपनी यात्रा जारी रखी है। उन्होंने कहाकि भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां अनेक भाषाएं, संस्कृतियां, बोलियां और अनेक धर्म एकसाथ अपने अस्तित्व और सम्मान की रक्षा करते हुए देश की यात्रा में आगे बढ़े हैं। अमित शाह ने कहाकि नरेंद्र मोदी कार्यकाल में अनेक क्षेत्रों में अभूतपूर्व सुधार और प्रगति जारी है। उन्होंने कहाकि कोई सोच नहीं सकता थाकि दुनिया की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान सबसे अच्छा प्रबंधन भारत करेगा। उन्होंने कहाकि प्रौद्योगिकी का उपयोग करके देश की 130 करोड़ की आबादी के टीकाकरण से लेकर उन्हें टीके का सर्टिफिकेट देने का काम सुचारू तरीके से संपन्न हुआ। उन्होंने कहाकि भारत ने ही सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन बनाई और 100 से अधिक देशों को वैक्सीन की आपूर्ति की। गृहमंत्री ने कहाकि भविष्य में भारत के इतिहास को तीन हिस्सों में बांटा जाएगा, जिसमें पहला हिस्सा होगा आजादी के पहले और आज़ादी केबाद का भारत, दूसरा हिस्सा होगा आपातकाल के पहले और आपातकाल केबाद का भारत और तीसरा हिस्सा होगा मोदीजी के पहले का भारत और मोदीजी केबाद का भारत।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि जब कोई व्यक्ति अपने परिश्रम, कर्मठता, साफ़ हृदय और विजन से अपने देश का नेतृत्व करता है तो इतिहास उसे नज़रंदाज़ नहीं कर सकता। अमित शाह ने कहाकि देश ने जब आजादी की 25वीं और 50वीं सालगिरह मनाई तो स्कूलों, पंचायतों और सरकारी भवनों में कार्यक्रम हुए, विधानसभाओं और संसद में प्रस्ताव पास हुए और देश चलने लगा, लेकिन जब देश ने आजादी की 75वीं सालगिरह मनाई तो कोरोना महामारी के बावजूद देश में 8 लाख से ज्यादा कार्यक्रम हुए। उन्होंने कहाकि मोदीजी ने इस बात का ख्याल रखाकि 1857 से 1947 तकका आजादी के आंदोलन का इतिहास नई पीढ़ी को पता चलना चाहिए और आजादी के गुमनाम नायकों को देश के इतिहास में जगह मिलनी चाहिए। उन्होंने कहाकि मोदीजी ने इसका ख्याल रखाकि 75 साल में किसीभी कालखंड में देश ने जो उपलब्धि प्राप्त की है, उसे देश को गौरव केसाथ याद करना चाहिए, साथही देशवासियों को यह संकल्प दिलायाकि 75वें साल से 100वें साल की यात्रा यानी 15 अगस्त 2047 तक भारत को पूर्ण रूपसे विकसित बनाएंगे। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी ने देशवासियों के सामने भारत को 2047 तक पूर्ण रूपसे विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहाकि एक प्रधानमंत्री के द्वारा लिया हुआ संकल्प आज 130 करोड़ लोगों का संकल्प बन गया है और देश 2047 की यात्रा की ओर चल पड़ा है। उन्होंने कहाकि भारत के युवाओं की शक्ति 2047 में देश को दुनिया में नंबर वन पर पहुंचा देगी, मोदीजी ने पहचाना हैकि अगर 130 करोड़ लोग एक कदम आगे बढेंगे तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ेगा।
अमित शाह ने कहाकि कोरोना महामारी के दौरान जब मोदीजी ने जनता कर्फ्यू लगाया और लोगों को घर से बाहर न जाने केलिए बोला तो पूरा भारत रुक गया था। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के उपवास के आह्वान केबाद पहलीबार किसी राजनेता के ऐलान पर जनता ने इतनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सरकार के आलोचकों को संदेश दियाकि दीया जलाने से कोरोना ख़त्म नहीं होता, लेकिन इससे हर व्यक्ति कोरोना के खिलाफ सजग हुआ। गृहमंत्री ने कहाकि अगर किसी को मोदीजी की यात्रा देखनी है तो केवल 2001 से 2025 तक ही नहीं, बल्कि उसके पहले के 40 साल भी देखने चाहिएं। उन्होंने कहाकि वह हमेशा से दूसरों की तकलीफ दूर करने के बारेमें सोचते हैं, जनता के धन का उपयोग अपने लिए कभी नहीं किया है, उन्होंने देश केलिए कई बड़े सुधार किए और कई कड़े निर्णय लिए, जिन्हें जनता ने स्वीकार किया और मोदीजी को चुना। अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीते 10 साल भारत के आगामी 25 साल यानी अमृतकाल की नींव है। उन्होंने कहा कि बीते 10 साल और आगामी 25 साल का प्रयास भारत को विश्व में सर्वप्रथम स्थान पर ले जाएगा, भारत के लोगों में जो आत्मविश्वास जगा है, उसका जवाब किसीके पास नहीं है। अमित शाह ने कहाकि गुजरात हो या दिल्ली मोदीजी ने युगपरिवर्तनकारी शुरुआत की है।
गृहमंत्री ने कहाकि कुछ नेता दक्षिण भारत को अलग करने की बात करते हैं, अपने समय में उन्होंने देश के बहुत टुकड़े कर दिए और कबतक देश को बांटेंगे। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी ने ढेर सारे ऐसे काम किए हैं, जिन्हें पूरी दुनिया ने माना है, मोदीजी को छोड़कर आज दुनिया में कोई भी राष्ट्रध्यक्ष ऐसा नहीं है, जिसे 16 देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार प्रदान किए हैं। उन्होंने कहाकि महात्मा गांधी केबाद देशमें सफाई का नाम लेने वाले पहले नेता नरेंद्र मोदी हैं और उन्होंने 13 करोड़ घरों में शौचालय देने का काम किया है। गृहमंत्री अमित शाह ने विश्वास जतायाकि भारत 2047 में पूर्ण रूपसे विकसित भी होगा, भारत का दबदबा भी होगा और हम पूर्ण रूपसे भारतीय भी होंगे। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में केंद्रीय शहरी एवं आवासन मंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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