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Wednesday 10 July 2013 01:36:04 PM
नई दिल्ली। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन स्वायत्तशासी निकाय, जनसंख्या स्थिरता कोष कल विश्व जनसंख्या दिवस मनायेगा। इस सिलसिले में इंडिया गेट से विजय चौक तक जनसंख्या स्थिरता के लिए पैदल मार्च आयोजित किया जाएगा। उसके बाद बेहतर भविष्य के लिए जनसंख्या स्थिरता पर विज्ञान भवन में राष्ट्रीय वार्ता आयोजित की जाएगी। यह मार्च प्रात: 7 बजे शुरू होगा और राष्ट्रीय वार्ता 10 बजे से शुरू होगी। इस मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की मुख्यमंत्रीशीला दीक्षित झंडी दिखाकर रवाना करेंगी।
उल्लेखनीय है कि 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या बढ़कर 1 अरब 21 करोड़ हो गई है। दशक 2001-11 के दौरान जनसंख्या की वृद्धि दर 17.64 प्रतिशत रही, जबकि उससे पहले के दशक 1991-2001 के दौरान जनसंख्या वृद्धि दर 21.15 प्रतिशत थी। वर्ष 1911-1921 दशक को छोड़कर 2001-2011 पहला दशक है, जिसमें पिछले दशक की तुलना में वास्तव में आबादी में कम वृद्धि हुई, लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में आबादी में अधिक वृद्धि हुई।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा जनसंख्या स्थिरता कोष जनसंख्या वृद्धि के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस मनाते रहे हैं और इसमें सभ्य समाज, अनुसंधानकर्ता, नीति-निर्माता, राजनीतिज्ञ और विकास-विशेषज्ञ आदि जैसे समाज के सभी वर्गों के लोग भाग लेते रहे हैं। जनसंख्या स्थिरता कोष भारत की आबादी को स्थिर रखने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए गठित किया गया है। भारत ने अपने लिए 2045 तक जनसंख्या स्थिरता प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।