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Wednesday 17 July 2013 09:59:11 AM
नई दिल्ली। कर्नाटक और तमिलनाडु के जलाशयों में अच्छी बारिश के चलते पानी का आवक पिछले साल के मुकाबले अच्छा रहा है। यह टिप्पणी केंद्रीय जल आयोग के अघ्यक्ष ने कावेरी समिति की तीसरी बैठक में की। यह बैठक 12 जून 2013 को हुई। अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में जल बोर्ड अध्यक्ष ने इस साल की स्थिति को पिछले साल के मुकाबले बेहतर बताया और कहा कि जलाशयों में काफी पानी भर गया है।
बैठक में सदस्य सचिव ने उपस्थितजनों को सूचित किया कि तमिलनाडु सरकार ने कर्नाटक सरकार के पिछली बैठक के एजेंडे पर पैरावाइज़ टिप्पणियां प्रस्तुत कर दी हैं। पुडुचेरी सरकार ने भी अपनी टिप्पणियां प्रस्तुत की हैं। इस पर चर्चा हुई। बैठक में पानी की स्थिति सामान्य पायी गई। स्पष्ट किया गया कि बारिश संबंधी आंकड़े भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट से लिए गए हैं और पानी के आवक का अनुमान लगाने के लिए उन्हीं का इस्तेमाल किया गया है।
कर्नाटक और तमिलनाडु की सरकारें इस बात पर सहमत हुईं हैं कि वे बारिश संबंधी आंकड़े सीएमसी फॉर्मेट में भेजते रहेंगे। तमिलनाडु सरकार ने बिलीगुंडुलू बाँध में रोजाना प्राप्त होने वाले पानी के आवक का औसत उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। चर्चा के बाद इस समिति ने बिलीगुंडुलू में पानी के औसत आवक का अनुमान लगाने के आधार बनाने का फैसला किया। बैठक में कर्नाटक के चार जलाशयों में पानी की स्थिति पर चर्चा की गई और बताया गया कि आवक 48.1 प्रतिशत अधिक रहा है।
समापन सत्र में इस वर्ष की बारिश को अच्छा मानसून बताया गया और कहा गया कि अगली बैठक में स्थिति की समीक्षा की जाएगी और इसके लिए यथासमय नोटिस भेजे जाएंगे। इस बैठक में जलसंसाधन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और संघशासित प्रदेश पुडुचेरी सरकार के प्रतिनिधि मौजूद थे।