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Thursday 25 July 2013 11:10:51 AM
नई दिल्ली। युवा मामले और खेल मंत्रालय ने भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और राष्ट्रीय खेल परिसंघों (एनएसएफ) को लिखा है कि वे खिलाड़ियों में पदकों के लिए भाग लेने वाले टूर्नामेंटों की तुलना में नकद पुरस्कार वाले टूर्नामेंटों में खेलने को वरीयता देने की प्रवृत्ति पर रोक लगाये। मंत्रालय ने एसएआई के महानिदेशक और मान्यता प्राप्त सभी राष्ट्रीय खेल परिसंघों के अध्यक्षों और महासचिवों को भेजे एक पत्र में कहा है कि हाल ही में यह देखा गया है कि विभिन्न खेलों के खिलाड़ी नकद पुरस्कार वाले टूर्नामेंटों को ज्यादा पसंद करते हैं और पदकों के लिए भाग लेने वाली देश की टीमों के टूर्नामेंटों में खेलने से गुरेज करते हैं।
पत्र में कहा गया है कि खेल मंत्रालय के एनएसएफ को दिये जाने वाले अनुदान का लाभ उन्हीं खिलाड़ियों को मिलेगा, जो बुलाये जाने पर बिना शर्त भारतीय टीम में खेलेंगे। तथापि, यदि कोई खिलाड़ी अपरिहार्य कारणों से खेलने में असमर्थता जताता है, तो संबद्ध एनएसएफ उसको सत्यापित करके अपनी मर्जी से उसे न खेलने की छूट दे सकता है। मंत्रालय ने सभी एनएसएफ से इन निर्देशों का व्यापक प्रचार करने और उनका अनुपालन करने के आवश्यक उपाय करने को कहा है।