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Saturday 3 August 2013 11:29:45 AM
नई दिल्ली। एचआईवी-एड्स के लिए दक्षेस सद्भावना राजदूत रूना लैला ने अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा 31 जुलाई से 2 अगस्त 2013 तक की। उनकी भारत यात्रा का उद्देश्य एड्स से पीड़ित लोगों को अपना समर्थन देना था। रूना लैला को भारत से अजय देवगन और पाकिस्तान की शरमीन औबेद चिनोय के साथ दो वर्षों के लिए सद्भावना राजदूत का पद देकर सार्क सचिवमंडल में सम्मानित किया गया है।
अपनी यात्रा के दौरान रूना लैला ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की। उन्होंने अपनी बातचीत में एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों की सहायता, देख-भाल और उपचार सेवाओं में बढ़ोत्तरी की आवश्यकता पर जोर दिया। रूना लैला ने विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात की, जिन्होंने सार्क क्षेत्र में एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के उनके मिशन के लिए उन्होंने बधाई दी। रूना लैला ने एड्स नियंत्रण विभाग का भी दौरा किया, जहां उन्होंने लव वर्मा सचिव डीएसी और आराधना जौहरी, अतिरिक्त सचिव डीएसी से भी विचार-विमर्श किया।
रूना लैला ने एलएनजेपी अस्पताल में बने देश के पहले एआरटी केंद्र का भी दौरा किया। यह केंद्र 2000 से भी अधिक एचआईवी संक्रमित लोगों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराता है। उन्होंने लाभार्थियों से विचार-विमर्श किया और बिना किसी भेदभाव के उच्च गुणवत्ता वाला उपचार उपलब्ध कराने की केंद्र की सराहना की। मीडिया से बात करते हुए रूना लैला ने एड्स नियंत्रण विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जोर दिया कि सभी गर्भवती महिलाओं को अपना एचआईवी परिक्षण कराना चाहिए। आराधना जौहरी, अतिरिक्त सचिव डीएसी ने भी रूना लैला के संदेश को दोहराया। एचआईवी/एड्स के लिए दक्षेस सद्भावना राजदूत के रूप में रूना लैला का योगदान लोगों में एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता पैदा करना, समाज में उनके प्रति भेदभाव को रोकना, सस्ता उपचार, देखभाल, सहायता और सार्क क्षेत्र में और उससे बाहर उनके लिए फंड जुटाना होगा।