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Saturday 3 August 2013 11:37:32 AM
गुवाहाटी। सड़क और राजमार्ग परिवहन मंत्रालय में सचिव विजय छिब्बर ने 1 अगस्त 2013 को गुवाहाटी में हुई बैठक में पूर्वोत्तर की सड़क परियोजनाओं की समीक्षा की। इस बैठक में क्षेत्र में काम कर रही विभिन्न एजेंसियों के अधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद थे, जिनमें राज्य के लोक निर्माण विभाग, सीमा सड़क संगठन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण शामिल हैं। यह बैठक क्षेत्र में विशेष रूप से सड़क परियोजनाओं में सुधार की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप बुलाई गई थी।
बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं के समय से और सफल कार्यान्वयन को त्वरित सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए पूर्वापेक्षा मानते हुए भारत सरकार सामान्य तौर पर देश में और विशेष रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में ढांचागत विकास को तेज करने पर बल देने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 18 जुलाई 2013 को बैठक के दौरान और उसके बाद अधिकार प्राप्त मंत्रिसमूह ने तथा कैबिनेट सचिव के नेतृत्व में समिति की बैठक में पूर्वोत्तर क्षेत्र में ढांचागत परियोजनाओं की समीक्षा की। कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में समित का गठन परियोजनाओं की प्रगति को बाधिक करने वाले बकाया मुद्दों का तेजी से समाधान तलाशने के लिए किया गया था।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सड़क नेटवर्क के विकास के लिए महत्वाकांक्षी विशेष त्वरित सड़क विकास कार्यक्रम चलाया है। इस कार्यक्रम में पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों में और रणनीतिक महत्व एवं पड़ोसी देशों से लगे क्षेत्रों में सड़क संपर्क उपलब्ध कराने के अलावा न्यूनतम 2 लेन का राजमार्ग उपलब्ध कराने के जरिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में सभी जिला मुख्यालयों को सड़क से जोड़ने की परिकल्पना की गई है। यह कार्यक्रम क और ख दो चरण में बनाया गया है, जिसमें अरुणाचल पैकेज में करीब 10,141 किलोमीटर सड़क शामिल है।
इस कार्यक्रम के पूर्वोत्तर क्षेत्र में अरुणाचल सहित 6,418 किलोमीटर सड़कों पर 33,688 करोड़ रुपये खर्च होने के अनुमान है। यह कार्य राज्य लोक निर्माण विभाग, सीमा सड़क संगठन, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय कर रहे हैं। यह परियोजना जून 2016 तक पूरी करने का लक्ष्य है। चरण ख परिकल्पना के दौर में है। अब तक 1,180 किलोमीटर सड़क बन चुकी है। 2013-14 के दौरान कुल 2,000 किलोमीटर का काम सौंपा जा चुका है तथा 550 किलोमीटर सड़क निर्माण का लक्ष्य है।
क्षेत्र में सड़क संबंधी बुनियादी ढांचा सुधारने पर नजर रखने के लिए 4 फरवरी, 2013 को गुवाहाटी में तत्कालीन सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री डॉ. सी.पी. जोशी ने समीक्षा की थी। दो अगस्त को क्षेत्र में केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पबन सिंह घाटोवार ने परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। इसमें केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री, मुख्यमंत्री और पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के अन्य मंत्री भी मौजूद थे।