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Tuesday 13 August 2013 08:35:05 AM
नई दिल्ली। भारत सरकार मधुमेह और हृदय रोगों से बचाव और नियंत्रण पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके लिए एक विशेष कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय बचाव एवं नियंत्रण कार्यक्रम’ चलाया जा रहा है, जिसमें कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग, स्ट्रोक से बचाव पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह कार्यक्रम जुलाई 2010 में शुरू किया गया था, इसका उद्देश्य है-गैर संक्रामक रोगों की रोकथाम और इन पर नियंत्रण करना। इसके लिए व्यवहार और जीवन शैली में परिवर्तन करना होगा, ताकि शुरूआती दौर में रोग की पहचान कर इस पर नियंत्रण किया जा सके। विभिन्न स्तरों पर क्षमता निर्माण कर जैसे रोग के बारे में जागरूकता पैदा करना सार्वजनिक स्वास्थ्य पर गैर-संक्रामक रोगों के बढ़ते दबाव से मुकाबला किया जा सके।
वर्ष 2013-14 से जिला स्तर पर रोगों की रोकथाम, पहचान, निदान और चिकित्सा के इस कार्यक्रम और अन्य गैर-संक्रामक रोगों को भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत लाया गया है। इन रोगों से बचाव और चिकित्सा के लिए समुचित धनराशि निश्चित की गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने विभिन्न राज्य सरकारों को कार्यक्रम को लागू करने के लिए जारी योजना के अनुसार अपनी जरूरतें बताने के निर्देश भी दिए हैं। इस तरह से जिला स्तर पर एक समग्र रोग नियंत्रण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है और जिसमें उपलब्ध संसाधनों का संपूर्ण उपयोग और समन्वित प्रयास भी शामिल है। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को 2011 में जारी सुरक्षा और मानक नियमन के पालन का निर्देश दिया गया है। विशेष रूप से मिठाइयां और नमकीन बनाने के लिए टेबल-2 के परिशिष्ट-1 में जैसा बताया गया है।