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Saturday 24 August 2013 09:12:10 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने आज नई दिल्ली में विश्व बैंक से सहायता प्राप्त राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण समर्थन परियोजना प्रारंभ की। इस अवसर पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री एएच खान चौधरी और संतोष चौधरी भी उपस्थित थे। समारोह में आजाद ने कहा कि एचआइवी से बचाव भारत सरकार की उच्च प्रथमिकता है। भारत की 99.5 प्रतिशत से अधिक आबादी अब एचआइवी से मुक्त है। तदनुसार कार्यक्रम का फोकस एचआइवी के प्रसार को रोकने पर केंद्रित हो गया है। इसके साथ ही एचआइवी संक्रमित सभी लोगों के लिए इलाज सुगम बनाने और देखभाल पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण परियोजना-3 के लिए बहुस्तरीय और द्विस्तरीय विकास एजेंसियों ने जानकारी दी थी तथा लागत का सिर्फ एक हिस्सा ही घरेलू बजट सहायता से पूरा किया जा रहा है। हाल के वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में बाहरी सहायता कम हो गई है और यह सुनिश्चित करने के लिए घरेलू सहायता पर ज्यादा निर्भरता की जरूरत है कि ऐसा सफल प्रदर्शन संसाधनों के अभाव में प्रभावित न हो। हालांकि विश्व बैंक पहले दिन से ही एचआइवी/एड्स से संघर्ष में भारत का दीर्घकालिक भागीदार रहा है।
उल्लेखनीय है कि 2,550 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण समर्थन परियोजना स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के एड्स नियंत्रण विभाग ने शुरू की है, ताकि देश के एड्स निवारण कार्यक्रम में मदद और इसे तेज किया जा सके। इसमें एचआइवी संक्रमण के प्रति उच्च जोखिम वाले समूहों (वेश्याओं-एफएसडब्ल्यू, पुरुष के साथ सेक्स करने वाले पुरुष, नशीली दवाओं के इंजेक्शन लेने वाले और नाजुक आबादी-प्रवासी एवं ट्रक चालक-परिचालक) पर ध्यान दिया जा रहा है। विश्व बैंक ने इस परियोजना की ब्याज मुक्त 1,275 करोड़ रुपये के ऋण से सहायता की है।