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Tuesday 27 August 2013 10:04:33 AM
नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी के नेशनल पार्लियामेंट के स्पीकर थियो जिबेंग ज्यूरेनोक के नेतृत्व में संसदीय शिष्टमंडल ने आज राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। शिष्टमंडल की पहली भारत यात्रा पर उनका स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि दो देशों के जनप्रतिनिधियों के बीच ऐसी यात्राएं आपसी समझ और सहयोग को मजब़ूत करने में मदद करती हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और पापुआ न्यू गिनी के रिश्ते लोकतंत्र, मानव अधिकारों के साझा मूल्यों पर आधारित हैं, अधिकतर वैश्विक मुद्दों पर दोनों देशों के समान विचार हैं तथा राष्ट्रमंडल, गुट निरपेक्ष आंदोलन और संयुक्त राष्ट्र संघ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे का सहयोग करते रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत पापुआ न्यू गिनी में लोकतांत्रिक और संसदीय व्यवस्था की सुदृढ़ता की सरहाना करता है। उन्होंने इस पर खुशी ज़ाहिर की कि 1975 में लागू पापुआ न्यू गिनी का संविधान भारत के संविधान पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि भारत और पापुआ न्यू गिनी की सरकारों के बीच हाल ही में हुई उच्च स्तरीय वार्ताएं दोनो देशों के बीच मज़बूत राजनीतिक और आर्थिक संबंधों की संभावनाओं का प्रतीक है। पापुआ न्यू गिनी के नेशनल पार्लियामेंट के स्पीकर ने भारत के राष्ट्रपति की भावनाओं का तहे दिल से स्वागत किया और भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र बताते हुए कहा कि पापुआ न्यू गिनी को अभी उससे बहुत कुछ सीखना है।