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भारतीय रेल ने किया ईंधन इंजेक्शन सिस्‍टम विकसित

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Friday 6 September 2013 10:28:35 AM

नई दिल्‍ली। भारतीय रेल की अनुसंधान शाखा अनुसंधान विकास मानक संगठन-आरडीएसओ बढ़ते ईंधन मूल्‍य और वाहनों से बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के उद्देश्‍य से अपने डीजल इंजनों के लिए कम ईंधन खपत वाली रेल इलेक्ट्रॉनिक डायरेक्‍ट ईंधन इंजेक्शन सीआरईडीआई सिस्‍टम विकसित करने की प्रक्रिया में है। डीजल से चलने वाले रेल इंजनों में हाल ही में पूरी दुनिया में इस तकनीक का क्रियान्‍वयन शुरू हो चुका है।
भारतीय रेल ने अपने डीजल ईंजनों के लिए सीआरईडीआई सिस्‍टम विकसित करने में पहल करते हुए पूरी दुनिया को पीछे छोड़ दिया है। इसके लिए एक भारतीय उत्‍पादक कंपनी ने आरडीएसओ की देखरेख में डिजायन और इस सिस्‍टम के विकास के लिए स्विटजरलैंड की एक बड़ी कंपनी के साथ मिलकर संयुक्‍त उपक्रम स्‍थापित किया है। इस सिस्‍टम की अंतिम रूप से परख आरडीएसओ की इंजन प्रयोगशाला में की जाएगी। इससे 3 से 4 प्रतिशत ईंधन बचत और 20-30 प्रतिशत प्रदूषण कम होने की उम्‍मीद है।
यदि यह सिस्‍टम एक बार सभी रेल इंजनों में लागू कर दिया जाएगा तो सालाना 500-600 करोड़ रूपए की बचत होगी,लंबी अवधि में सीआरईडीआई सिस्‍टम का उत्‍पादन, संयोजन और जांच भारत में ही होगी, जिससे भारत उन देशों के समूह में शामिल हो जाएगा जिन्‍हें रेल इंजन, जहाजी इंजन, ट्रक और युद्ध टैंक इत्‍यादि जैसे इंजनों के लिए डिजायन तैयार करने और उत्‍पाद की अहम क्षमता प्राप्‍त है। भविष्‍य में रेलवे के अलावा, भारत में कई अन्‍य उद्योग भी इसका फायदा उठा सकेंगे।

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