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Wednesday 11 September 2013 08:21:13 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में दक्षिण पूर्व एशिया के स्वास्थ्य मंत्रियों तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण पूर्व एशिया की 66वीं क्षेत्रीय समिति की बैठक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रियों तथा दक्षिण पूर्व एशिया के विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय समिति की बैठक से पूरे क्षेत्र में आगे बढ़ने का मानचित्र तैयार होगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधा अच्छे माहौल में सुनिश्चित करना समय की आवश्यकता है, इसके लिए क्षेत्र की विभिन्न सरकारों को अपना-अपना दृष्टिकोण तय करना होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि आदर्श स्वास्थ्य सुविधा प्रणाली में स्वास्थ्य सुविधाओं तक सभी की पहुंच होती है, क्षेत्रीय देशों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा के विकास के आधार पर अपनी प्रणाली मजबूत बनानी चाहिए, इसमें विशेष जोर जन स्वास्थ्य पर होना चाहिए, रोगों की रोकथाम, उचित टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल और जहां तक संभव हो घरेलू संसाधनों के आधार पर स्वास्थ्य प्रणाली विकसित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण में रणनीतिक रूप से निवेश करने से सभी समुदायों को वैज्ञानिक रूप से दक्ष पेशेवर लोगों की उपलब्धता हो सकेगी। उन्होंने कहा कि दवाओं तथा टिकाओं के प्रबंधन और सप्लाई चैन में अभी खामियां हैं और इन खामियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद, इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्री डॉ नाफसिया एमबोई, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री संतोष चौधरी तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ मार्गेट चान मौजूद थे।