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Monday 23 September 2013 09:15:42 AM
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना और ओमान की शाही नौसेना के बीच नौवां द्विवार्षिक नौसेना अभ्यास कल से उत्तरी अरब सागर में शुरू हो रहा है। दोनों देशों के बीच यह नौंवा संयुक्त नौसेना अभ्यास है। भारतीय नौसेना फ्लैग आफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट रीयर एडमिरल अनिल कुमार चावला की कमान में जहाज मैसूर (निर्देशित मिसाइल विनाशक), तरकश और तबर (स्टील्थ फाइटर) और आदित्य (फ्लीट टैंकर) के साथ इस अभ्यास में भाग लेगी।
शाही ओमानी नौसेना रॉयल नैवी ओमान पोत (आरएनओवी) मिसाइल और गन वेसल्स, अल मुज़्ज़ार, अल मुस्सनदम, अल नाजा और लैंडिंग पोत आरएनओवी तेमसाह के साथ शाही ओमानी वायु सेना विमान एफ-16, हॉक्स और जगुवार इत्यादि के साथ इस अभ्यास में शामिल होगी। भारत और ओमान के बीच पहला नौसेना अभ्यास 1993 में हुआ था। यह वर्ष दोनों देशों के संयुक्त नौसेना अभ्यास के 20 वर्ष पूरे होने का अवसर है। इस संयुक्त नौसेना अभ्यास को नसीम अल बहर 2013 नाम दिया गया है।
संयुक्त नौसेना अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की नौसेनाओं के अनुभव से आपसी लाभ उठाना है। दोनों देशों के बीच नौसेना अभ्यास के दायरे और परिमाण में भी प्रगति होती रही है। इस वर्ष नौसेना अभ्यास में सर्फेस वारफेयर, विजिट बोर्ड सर्च और सीजर (वीबीएसएस), एंटी एयर वारफेयर, एयर ऑपरेशन, एडवांस्ड हीलो ऑपरेशन और मैरीटादम इंटरडिक्शन ऑपरेशन (एमआइओ) पर ध्यान दिया जाएगा। भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय संबंधों की स्थापना 1953 में भारत-ओमान मैत्री, नैवीगेशन एवं वाणिज्य संधि के साथ हुई थी। यह भारत और किसी अरब देश के बीच पहली संधि थी।